यूपी के झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की जलकर मौत हो गई. ऐसे में शिशु वार्ड में अपने पोते को बचाने वाले ‘देवदूत’ कृपाल सिंह राजपूत ने बताया कि उन्होंने वार्ड से 25 बच्चों को बचाया. जहां 15 से अधिक बच्चे वार्ड में आग की चपेट में थे, जिन्हें बचाना मुश्किल था.
झांसी: यूपी के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के शिशु (NICU) वार्ड में शुक्रवार की देर रात आग लगी थी. इस आग की घटना ने मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा कर दिया है. इस घटना में 10 बच्चों की आग की चपेट में आने से मौत हो गई. घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी ने लोकल 18 को पूरी सच्चाई बताई. कृपाल सिंह राजपूत ने बताया कि उनका पोता उस वार्ड में भर्ती था, जिसमें आग लगी थी. उन्होंने बताया कि रात 10 बजे अचानक शॉर्ट सर्किट से यह आग लगी.
18 बेड पर थे 50 से अधिक बच्चे
कृपाल सिंह राजपूत ने बताया कि जब वह वार्ड में पहुंचे, तो एक बेड पर 6 बच्चे थे. स्थिति भयावह थी. उन्होंने 20 से 25 बच्चों को स्वयं निकाला. उन्होंने दावा किया कि 10 से अधिक बच्चे जलकर खाक हो गए थे. साथ ही बताया कि वह अपने बच्चे को देखने के लिए गए थे.
उन्होंने बताया कि कई बच्चे बुरी तरह झुलस गए थे. इसके साथ ही तड़प रहे थे. वार्ड में लगभग 54 बच्चे भर्ती थे. ऐसे में मेडिकल कॉलेज में 18 बेड पर 54 बच्चों के इलाज की घटना ने यहां की व्यवस्थाओं पर कई सवाल खड़ा कर दिया है.
फायर सेफ्टी के इंतजाम पुख्ता न होने की वजह से यह भयावह स्थिति बनी थी. कई बच्चों को खिड़की से बाहर फेंकना पड़ा. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने झांसी का दौरा किया है. उन्होंने मंडल , मजिस्ट्रेट और राज्य स्तर पर जांच की बात कही है. साथ ही यह भी कहा कि अगर किसी की भी लापरवाही पाई जाती है, तो उन पर सख्त कार्रवाई होगी. पीड़ितों को आर्थिक राशि भी दी जाएगी.