नाबालिग से ज्यादती के मामले में ताउम्र कारावास की सजा काट रहे आसाराम को पहली बार पैरोल दी गई है। इस अवधि के दौरान वे महाराष्ट्र के माधोबाग में इलाज करवाएंगे। पैरोल के दौरान वे पुलिस कस्टडी में ही रहेंगे।
नाबालिग से ज्यादती के मामले में ताउम्र कारावास की सजा काट रहे आसाराम को पहली बार सात दिन की पैरोल मिल गई है। बताया जा रहा है कि पैरोल की अवधि में आसाराम महाराष्ट्र के माधोबाग में इलाज करवाएंगे। इस दौरान वे पुलिस कस्टडी में ही रहेंगे।
आसाराम ने इलाज के लिए पैरोल एप्लिकेशन लगा रखी थी,लेकिन हर बार खारिज हुई। इससे पहले आसाराम को जोधपुर स्थित निजी आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज के लिए पुलिस कस्टडी में अनुमति दी गई थी। वहां आसाराम ने पुणे के डॉक्टर्स की देखरेख में इलाज करवाया था। इसके बाद वापस तबीयत बिगड़ने पर जोधपुर एम्स में भर्ती हुए। आसाराम की ओर से वापस पैरोल एप्लिकेशन लगाई गई,जिसे स्वीकार करते हुए इलाज के लिए 7 दिन की पैरोल के आदेश हुए हैं।
इससे पहले भी आसाराम बीमारी को लेकर पैरोल की मांग कर चुके हैं, लेकिन बात नहीं बनी थी। आसाराम की ओर से 20 जून को 20 दिन की पैरोल कोर्ट से मांगी गई थी, लेकिन तब पैरोल कमेटी ने इससे इनकार कर दिया था।
85 वर्षीय आसाराम बापू 2013 से जोधपुर जेल में बंद हैं। नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आसाराम को जोधपुर पुलिस ने वर्ष 2013 में इंदौर से गिरफ्तार किया था। आरोप था कि आसाराम ने अपने आश्रम में ही एक किशोरी छात्रा का यौन उत्पीड़न किया था। इस मामले में पांच साल की लंबी सुनवाई के बाद 25 अप्रैल 2018 में कोर्ट ने आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।