raipमौसम पर चक्रवाती तूफान मंडौस का असर खत्म हो गया है। हलाकि गुरुवार को भी प्रदेश के कुछ जिलों में हल्के बादल छाए रहे। लेकिन शाम होते-होते ये बादल छंट गए। अब तापमान में गिरावट का दौर शुरू होगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिनों के भीतर न्यूनतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया, प्रदेश में उत्तर से ठंडे और शुष्क हवाओं का आगमन शुरू हो रहा है। 16 दिसम्बर को मौसम सूखा रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना भी बन रही है। अगले 3 दिनों में प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 4 से 5 डिग्री तक गिरावट संभावित है। यानी मौसम सामान्य होने की स्थिति में पहुंच जाएगा।
गुरुवार तक तापमान असामान्य रूप से गर्म रहा है। रायपुर में सूर्योदय से पहले दर्ज न्यूनतम तापमान 18.9 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य न्यूनतम तापमान से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक था। दिन का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा है। बिलासपुर में अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री रहा जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से सात डिग्री अधिक है। जगदलपुर में अधिकतम तापमान 32 डिग्री रहा। यह सामान्य से 4 डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
छत्तीसगढ़ के ठंडे स्थानों में शुमार पेण्ड्रा रोड, कवर्धा, नारायणपुर, अंबिकापुर, कोरिया, जशपुर में भी स्थिति सामान्य नहीं है। गुरुवार को पेण्ड्रारोड में अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस था जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ यह भी सामान्य से 5 डिग्री अधिक है। अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री था जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक है। नारायणपुर में 15.9 डिग्री और कवर्धा में 15.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा। कोरिया सबसे ठंडी जगह रही जहां तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ
रायपुर में दिसम्बर महीने में इतनी गर्मी असामान्य नहीं है। मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा कहते हैं, दिसम्बर में यह तापमान सामान्य है लेकिन ऐसा कम होता है। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक रायपुर में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री अब तक का रिकॉर्ड है। ऐसा दो दिसम्बर 2015 को हुआ था। उससे पहले या उसके बाद के रिकॉर्ड में इतनी गर्मी कभी दर्ज नहीं हुआ है।
मौसम विभाग का कहना है कि तापमान कम होने के साथ सुबह-शाम धुंध होगी। वह गहरा होता जाएगा। दिन में धूप खिलेगी। कुछ इलाकों में ठंडी हवाएं भी चल सकती हैं। दिसम्बर के अंत तक घने कोहरे की संभावना बनी हुई है।
5 दिन पहले बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान मंडौस शुक्रवार रात तमिलनाडु के मामल्लापुरम तट से टकरा गया था। इसकी वजह से तटीय तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी बुरी तरह प्रभावित हुए थे। वहां 65 से 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हवाओं और भारी बरसात ने नुकसान बढ़ा दिया। इस तूफान के असर से छत्तीसगढ़ का मौसम भी बदल गया था।