रायपुर। आरक्षण के मामले में भानुप्रतापपुर उपचुनाव के दौरान शुरू हुए सियासी शब्दभेदी बाण चुनाव खत्म होने के बाद भी नहीं थम रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस बीच आरक्षण पर विधेयक पारित करते हुए मंजूरी के लिए राजभवन भेज दिया है। वहीं पूर्व मंत्री व भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप ने यह कहकर माहौल फिर गरमा दिया कि शासन के मंत्री कवासी लखमा ने भरी सभा में कहा था कि दो दिसंबर तक यदि आरक्षण लागू नहीं होगा तो असली मां-बाप के बेटे होंगे तो पद से इस्तीफा दे देंगे,चूंकि आज 6 तारीख हैं इसलिए उन्हे अपनी बातों पर कायम रहते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।
केदार के इस बयान को कांग्रेस ने बचकाना बताते हुए कहा है कि शब्दों की मर्यादा भूल रहे हैं भाजपा प्रवक्ता,जिस आरक्षण को लागू करने की बात मंत्री लखमा ने कही थी सरकार ने तो उस पर मुहर लगा दी है। अब प्रक्रिया में तो समय कहां और कितना लगता है पूर्व मंत्री होने के नाते केदार कश्यप को भी मालूम होना चाहिए।