तिल्दा विकासखंड के ग्राम रायखेड़ा और ताराशिव में अदाणी फाउंडेशन के सहयोग से स्थापित वस्त्र निर्माण सह सिलाई प्रशिक्षण केंद्र.और कंप्युटर प्रशिक्षण केंद्र का अनावरण गुरुवार को किया गया।
अदाणी पॉवर लिमिटेड रायपुर के सामाजिक सहभागिता के जीविकोपार्जन गतिविधि के तहत स्थापित इन दोनों केंद्रों का उद्घाटन जिला पंचायत सीईओ अविनाश मिश्रा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष,तिल्दा सुमन देवब्रत नायक,जनपद पंचायत सी.ई.ओ.तिल्दा,विवेक गोस्वामी,पूर्व.सरपंच रायखेड़ा डोगेन्द्र नायक,सरपंच सुखबती कुर्रे, ताराशिव सरपंच,मनीष वर्मा,पूर्व जनपद अध्य,देवब्रत नायक, संतोष कुर्रे,सहित विहान के सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे ।
अदाणी फॉउण्डेशन द्वारा क्षेत्र में सामाजिक सरोकारों की विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। जिसका लाभ ग्रामीणजनों को मिल रहा है और उनके जीवन स्तर पर इनका सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिला है। वहीं आजीविका के क्षेत्र में फाउंडेशन द्वारा आसपास के ग्रामों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने कई कार्यक्रमों को चलाया जा रहा है।
इसी कड़ी में ग्राम ताराशिव में प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित रुरल इन्डस्ट्रीयल पार्क (रिपा) के सिलाई सेंटर में 50 आधुनिक सिलाई मशीन लगाकर 50 से अधिक महिलाओं को रोजगार से जोड़ा गया। इसी तर्ज पर रायखेड़ा ग्राम में भी अदाणी फाउंडेशन द्वारा 50 सिलाई मशीनें लगा कर सर्वसुविधा युक्त सेंटर स्थापित किया गया है और 50 से अधिक महिलाओं को जोड़कर उनकी आय अर्जन की व्यवस्था की गई है।उद्घाटन के पश्चात जिला पंचायत सी.ई.ओ. श्री अविनाश मिश्रा ने ताराशिव के सर्वसुवुधा युक्त कंप्युटर प्रशिक्षण केंद्र और ग्राम गैतरा के प्राथमिक शाला में स्थापित इ-लर्निंग सेंटर का अवलोकन किया।
इस अवसर पर उपस्थित जिला पंचायत सीईओ ने अदाणी फाउंडेशन के नवयुवकों महिलाओं और किशोरियों को तकनीकी युग में कंप्यूटर शिक्षा की पहल तथा सामाजिक उन्नयन के लिए किए जा रहे अन्य कार्यों की सराहना करते कहा कि आगे भी इसी तरह सहयोग करते रहगे ऐसा मुझे विश्वास है।इस मौके पर उपस्थित सरपंचों,के साथ जनप्रतिनिधियों और ग्रामवासियों ने भी क्षेत्र में अदाणी फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे इस पहल की सराहनाकरते आभार जताया । कार्यक्रम का सफल संचालन अदाणी फॉउण्डेशन के प्रमुख दीपक कुमार सिंह ने किया कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रीती प्रजापति, खिलेश्वर माहमल्ला, सुश्री दीपाली दास का विशेष योगदान रहा ।