खरमास के दिनों की विशेष धार्मिक मान्यता होती है. माना जाता है कि खरमास के दिनों में मुंडन और विवाह आदि नहीं किए जाते हैं.
धार्मिक दृष्टि से ग्रहों का अत्यधिक महत्व होता है. पंचांग के अनुसार, जब ग्रहों के राजा सूर्य धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो खरमास दोष लग जाता है और खरमास की शुरूआत हो जाती है. खरमास के दौरान मांगलिक कार्य जैसे विवाह (Wedding), मुंडन, छेदन और गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते हैं. माना जाता है कि देवशयनी एकादशी से चातुर्मास लग जाता है और शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इसके बाद देवउठनी एकादशी (Ekadashi) आती है जिसमें एकबार फिर शुभ कार्यों की शुरूआत होती है. इसके बाद अब खरमास लगने पर एकबार फिर मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होगी. खरमास 2024 तक चलने वाले हैं. जानिए खरमास के शुरू और समाप्त होने की तिथि.
कब से कब तक हैं खरमास
पंचांग के अनुसार, इस साल 16 दिसंबर, गुरुवार की दोपहर 3 बजकर 47 मिनट पर सूर्य देव (Surya Dev) धनु राशि में प्रवेश करेंगे. इसके साथ ही खरमास की शुरूआत हो जाएगी. खरमास एक महीना रहेगा और आने वाले साल 2024 में 15 जनवरी, सोमवार के बाद खरमास हट जाएगा.
खरमास के महीने में विवाह, गृह प्रवेश, घर बनाने जैसे नव-निर्माण कार्य, प्रतिष्ठान, मुंडन या छेदन जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर साल 2 खरमास लगते हैं. खरमास के दौरान सूर्य ग्रह बृहस्पति की राशि मीन या धनु में प्रवेश करते हैं जिसके साथ ही खरमास की शुरूआत हो जाती है.
विवाह के शुभ मुहूर्त
- 16 दिसंबर से खरमास की शुरूआत हो रही है जिसके बाद 15 जनवरी से पहले विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं हैं. जनवरी में 18, 20, 21, 22, 27, 28, 30 और 31 जनवरी के दिन विवाह के शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurt) बन रहे हैं.
- फरवरी में 1, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 12, 13, 18, 19, 24, 25, 26 और 27 फरवरी के दिन विवाह के शुभ मुहूर्त हैं.
- मार्च के महीने में विवाह के 5 शुभ मुहूर्त बन रहे हैं. पहला मुहूर्त 2 मार्च का है और इसके बाद 4, 6, 7 और 11 मार्च को विवाह का शुभ मुहूर्त है.
- अप्रैल के महीने में 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25 और 26 अप्रैल के दिन विवाह के शुभ मुहूर्त बन रहे हैं.
- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और पंडितो की जानकारियों पर आधारित है.वीसीएन टाइम्स इसकी पुष्टि नहीं करता है.)