नेपाल में लैंडस्लाइड की वजह से आज बड़ा हादसा हो गया. यात्रियों से भरी दो बसें त्रिशूल नदी में गिर गईं, जिससे हाहाकार मच गया. इस हादसे में 55 से अधिक लोग लापता हैं.जबकि 7 भारतीयों की मौत हो गई है .हादसे की भयावहता को देखते हुए मरने वालों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है.
काठमांडू: नेपाल में कूदरत ने कहर बरपाया है. नेपाल में लैंडस्लाइड ने ऐसी तबाही मचाई कि चीख-पुकार मच गई. नेपाल में भूस्खलन की वजह से यात्रियों से भरी 2 बसें त्रिशूली नदी में बह गईं. इन दो बसों में सवार 63 लोग लापता बताए जा रहे हैं. फिलहाल, रेस्क्यू टीम मौके पर है और बचाने की जंग जारी है. बचावकर्मियों ने भूस्खलन के मलबे को हटाना शुरू कर दिया है.
बताया जा रहा है कि हादसे का शिकार हुई एक बस वीरगंज से काठमांडू तो दूसरी बस गौर से काठमांडू जा रही थी. नारायणघाट-मुगलिंग मार्ग पर भूस्खलन की वजह से ही यह हादसा हुआ है. नारायणघाट और मुग्लिंग के बीच की यह घटना सुबह 3.30 की है. इस हादसे में कई के मारे जाने की संभावना है. मरने वालों में कई भारतीय भी शामिल हैं.
प्रारंभिक जानकारी की मानें तो दोनों बसों में बस चालकों सहित कुल 63 लोग सवार थे. भूस्खलन के कारण बसें सुबह करीब 3:30 बजे त्रिशूल नदी में बह गईं. हम घटनास्थल पर हैं और सर्च अभियान चल रहा है. लगातार बारिश के कारण लापता बसों की तलाश में हमें दिक्कत आ रही है.’
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प दहल प्रचंड ने इस हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ‘नारायणघाट-मुगलिंग सड़क खंड के सीमावर्ती क्षेत्र में भूस्खलन से बस के बह जाने से देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण लगभग पांच दर्जन यात्रियों की मौत और संपत्ति के नुकसान से मुझे गहरा दुख हुआ है. मैं गृह प्रशासन सहित सरकार की सभी एजेंसियों को यात्रियों की खोज करने और उन्हें प्रभावी ढंग से बचाने का निर्देश देता हूं.’