रायपुर=प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के8वेसंस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ 2025 के जरिए देश के विभिन्न राज्यों से आए बच्चों से संवाद किया. इस दौरान उन्होंने जिंदगी में आगे बढ़ने और जिंदगी जीने के कई टिप्स शेयर किए.और छात्रों को अपने मोटिवेशन का राज बताया। बच्चों के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने बच्चों के कई सवालों के जवाब भी दिए और उनके साथ मस्ती-मजाक करके उन्हें तनाव कम करने के मंत्र भी बताए।
छत्तीसगढ़ के रायपुर के मायाराम सुरजन स्कूल की छात्रा युक्तामुखी साहू ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान PM मोदी से सवाल किया। छात्रा ने पीएम से पूछा कि- ‘हम छोटी-छोटी जीत से खुश कैसे रहें? मैं हर चीज में ज्यादा नेगेटिव हो जाती हूं।’
PM मोदी ने युक्तामुखी से पूछा, ‘आप खुद सोचती हैं कि चीजें नेगेटिव हैं, या कोई और आपको ऐसा महसूस कराता है?’ इसके जवाब में युक्तामुखी ने बताया कि वह 10वीं में 95% की उम्मीद कर रही थीं, लेकिन 93% आने पर बहुत डिप्रेस्ड हो गई।
युक्तामुखी साहू के सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं तो इसे सक्सेस मानता हूं, टारगेट ऐसा बनाएं, जो पहुंच में हो लेकिन पकड़ में ना हो…पहले तो मैं आपको बधाई देता हूं कि आपने अपनी ताकत से से 2 पॉइंट ज्यादा का टारगेट रखा, ये बुरा नहीं है और देखिए अगली बार अगर आप 97 का टारगेट रखेंगी तो 95 जरूर ले आएंगी।
आप पर गर्व इस बात का है कि आपने 95 टारगेट रखा, आपने 97 का नहीं रखा, आपने 99 का नहीं रखा, आपने 100 का नहीं रखा। 95 की रखा क्या आपको अपने पीछे भरोसा था, एक ही चीज को आप अगल तरीके से देख सकते हैं।
ये सवाल परीक्षा पर चर्चा के दौरान चैप्टर 13 रियलाइज योर पोटेंशियल, अचीविंग टारगेट में युक्तामुखी ने पूछे। हर बार से इस बार परीक्षा पर चर्चा अलग रही। मंच पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ने के बजाय छात्रों से खुले माहौल में चर्चा की गई।
प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बोर्ड परीक्षा से पहले होने वाले तनाव और डर को कम करने के लिए आठवीं बार परीक्षा पे चर्चा की।
पीएम मोदी के परीक्षा टिप्स पॉइंट्स देते कहा क्रिकेटर की तरह सिर्फ बॉल (लक्ष्य) पर ध्यान दें, बाहरी दबाव को नजरअंदाज करें।पढ़ाई पर फोकस करें, दूसरों की राय या सामाजिक दबाव को नजरअंदाज करें।हर बार अपने आप को बेहतर बनाने का संकल्प लें।अपने सपनों को पहचानें और उनके लिए मेहनत करें। मोदी ने कहा लीडर बनने के लिए दूसरों की मदद करना और खुद को उदाहरण बनाना जरूरी है। टीमवर्क और जिम्मेदारी निभाना सीखें।
उन्हने कहा पढ़ाई जरूरी है, लेकिन साथ ही एक्स्ट्रा एक्टिविटीज़ भी करनी चाहिए।बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार सीखने दें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ में स्टूडेंट्स, पेरेंट्स और टीचर्स से बातचीत करते कहा । इस इवेंट का मकसद स्टूडेंट्स को एग्जाम स्ट्रेस से बचाना और उन्हें मोटिवेट करना है