आचार्य चाणक्य ने एक ऐसी आदत का वर्णन किया है जो इंसान को हर काम में सफलता दिलाती है.
चाणक्य के अनुसार.अगर किसी कारोबारी में यह आदत हो तो. वह हमेशा बिजनेस में तरक्की करेगा.
आचार्य चाणक्य के अनुसार,इंसान को मधुर भाषी होना चाहिए. यह आदत आपको सफल बनाती है.
चाणक्य मानते हैं कि जो भी इंसान मधुर वास होता है वह जल्द तरक्की करता है और खुशहाल रहता है.
वहीं अगर कोई इंसान मधुर भाषी ना होकर कटु वचन बोलने वाला होता है. वह हमेशा परेशान रहता है.
उसे आदमी की खराब वाणी ही दूसरे लोगों को नाराज कर देती है.इसका प्रभाव काफी ज्यादा नकारात्मक होता है.
इसी वजह से आचार्य चाणक्य का मानना है कि अगर कोई कारोबारी है तो उसे मधुर्भाशी होना चाहिए.
अपने मधुर व्यवहार से ऐसा कारोबारी दूसरों को भी अपना बना सकता है. ऐसा आदमी खूब पैसा भी कमाता है.
जो लोग मधुर भाषी होते हैं उन्हें समाज में काफी पसंद किया जाता है. लोग उनकी मदद के लिए तैयार रहते हैं.