छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के वार्षिक सम्मेलन में तीन लाख की छात्रवृत्ति का हुआ वितरण
रायपुर। छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के तत्वाधान में संचालित विप्र संस्कृति प्रबंध समिति द्वारा आयोजित दानदाताओं एवं समाज के सम्मानीय सदस्यों का वार्षिक अधिवेशन मुख्य अतिथि विकास उपाध्याय ( विधायक एवं संसदीय सचिव), सुरेंद्र शर्मा (अध्यक्ष कृषक कल्याण परिषद), राकेश चतुर्वेदी (अध्यक्ष जैव विविधता बोर्ड), टीपी शर्मा (लोकायुक्त), संतोष उपाध्याय (पूर्व विधायक), विधान मिश्रा (पूर्व मंत्री), मेजर जनरल संजय शर्मा एवं प्रमोद दुबे (सभापति नगर निगम रायपुर) के गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के 37 निर्धन एवं मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहन हेतु प्रथम छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत 400000 रुपये की छात्रवृत्ति का वितरण किया गया।
विकास उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज के वरिष्ठ जनों के सामाजिक कार्यों को देख कर हम लोगों को प्रेरणा मिलती है। अपनी क्षमता और शक्ति से बढ़कर सबको सब की मदद करनी चाहिए। समाज के लिए संसाधनों और संपत्ति का निर्माण कुशल नेतृत्व और क्षमता का परिणाम है। यह छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के विकास के लिए आवश्यक है। प्रमोद दुबे ने इस अवसर पर कहा जो संपन्न है ,जो पद पर हैं, उन्हें अपने समाज के विकास के लिए योगदान देना आवश्यक है। और यह सुखद अनुभव है कि छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज आज संगठित होकर समाज के विकास के लिए कार्य कर रहा है। लोक आयोग के अध्यक्ष टी .पी .शर्मा ने समाजिक संसाधनों का उपयोग समाज के विकास के लिए करने की बात कही। विद्यार्थियों के लिए कोचिंग ,खेलकूद के साथ-साथ अन्य गतिविधियों द्वारा उन्हें योग्य बनाना चाहिए।पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय ने कदम मिलाकर साथ चलने की बात की।उन्होंने कहा कि समानता का भाव रहे, तभी विपरीत परिस्थितियों से हम संगठित होकर निपट सकते हैं। विप्र समाज एक परिवार बनकर उद्यम करें तो परिवार के साथ साथ समाज का विकास भी हो सकता है। उन्होंने इस अवसर पर संत पवन दीवान की स्मृति में छात्रवृत्ति हेतु एक लाख की राशि दान देने की घोषणा की।
सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि हम एक दूसरे की मदद करें एक दूसरे को आगे बढ़ाएं इस प्रकार की एकजुटता समाज के विकास के लिए आवश्यक है। राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि आज हमें संवेदनशील होने की आवश्यकता है संवेदनशील होने से सारे कार्य हो जाएंगे वर्तमान में सामाजिक विकास के लिए नवीन तकनीक का भी उपयोग करना चाहिए।ब्राह्मण समाज का वेबसाइट होना चाहिए। साथ ही समाज के विकास के लिए नारी की शिक्षा के प्रति सर्वाधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। संजय शर्मा ने कहा कि ब्राह्मणों के पास दो रास्ता शस्त्र और शास्त्र हैं ,इसलिए ब्राह्मणों को शिक्षा में खूब ऊंचा जाना चाहिए और आरक्षण के कारण अन्य सर्विस में कम स्थान है, तो सेना में अच्छा अवसर होने का लाभ उठाना चाहिए। इसके लिए प्रशिक्षण की जिम्मेदारी समाज को लेना चाहिए। छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा नेम छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के भविष्य की योजनाओं से अवगत कराते हुए कहा कि 1986 में ब्राह्मणपारा की युवा टीम अपने बुजुर्गों के सहयोग से समाज के विकास के लिए भवन निर्माण की जो परिकल्पना की थी आज साकार रूप ले लिया है। उस समय भी महसूस किया गया कि हमें सिर्फ भवन के निर्माण तक सीमित नहीं होना है बल्कि समाज के विकास और समाज को जोडऩे का कार्य भी करना है तब विप्र कॉलेज और विप्र स्कूल के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी विप्र समाज अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहा है और विप्र भवन छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के कार्यक्रमों के लिए एक प्लेटफार्म का काम कर रहा है। कोरोना काल में वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे के सहयोग से समाज ने अभावग्रस्त छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण परिवारों की मदद की। इस प्रकार के कार्यों से समाज के विकास के लिए आज हम सबको एक केंद्रीय छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज की आवश्यकता है। इसलिए अलग-अलग बिखरे संगठनों को एकत्रित करके समाज के विकास के लिए कार्य करने की आवश्यकता है।
इसके पूर्व विप्र सांस्कृतिक भवन प्रबंध समिति के अध्यक्ष नरेंद्र तिवारी ने अपने स्वागत भाषण में विप्र भवन के गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया। सचिवीय प्रतिवेदन में नटराज शर्मा ने आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की।विप्र शक्ति महिला मंडल के मार्गदर्शन मे मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। पर इस अवसर पर बिलासपुर छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज से प्रदीप शुक्ला, ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष कमल नारायण शर्मा ,डॉ .रघुनंदन तिवारी ,सुमन पांडे ,डॉ .हरिओम शुक्ला ,राजेंद्र शर्मा ,प्रदीप तिवारी, प्रमोद शर्मा ,आशीष दीवान, व्यास नारायण शुक्ला ,बाल समाज सोसायटी के अध्यक्ष अनल शुक्ला, विप्र शक्ति महिला संगठन विभा तिवारी, कुसुम शर्मा केंद्रीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष विनय तिवारी, मनहरण लाल तिवारी ,अविनाश शुक्ला ,आनंद पांडेय, उमाकांत शर्मा ,डॉ. ध्रुव पांडे,भूपेंद्र शर्मा, सुरेंद्र शुक्ला संजय दीवान , एवं डॉ .उषा दुबे सहित सहित समस्त दानदाता एवं छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।