रायपुर: छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार का शोर थम गया है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने रैली और सभाएं कीं। विधानसभा चुनाव में दोनों ही पार्टियों ने जीत के दावे किए हैं। हालांकि इस बार के चुनाव प्रचार के दौरान एक अलग ही ट्रेंड दिखाई दिया। उपचुनाव में बीजेपी ने प्रदेश नेतृत्व ने मोर्चा संभाला वहीं, कांग्रेस के लिए सचिन पायलट ने भी चुनावी सभाएं कीं। सचिन पायलट, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी हैं।
विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जमकर चुनाव प्रचार किया। वहीं, सीनियर नेताओं की बात करें तो बीजेपी की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव, राज्य सरकार के मंत्री, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोगों के बीच पहुंचकर वोट मांगे। जबकि कांग्रेस ने उपचुनाव में दिग्गजों की फौज उतार दी। कांग्रेस की तरफ से भूपेश बघेल, चरणदास महंत, दीपक बैज और टीएस सिंहदेव ने अपने उम्मीदवार के समर्थन में जनसंपर्क और रैलियां कीं। बीजेपी की तरफ से इस सीट पर सबसे ज्यादा एक्टिव रायपुर सांसद और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल रहे।
रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दों पर फोकस किया गया। बीजेपी ने जहां अपने 8 बार के कार्यकाल को गिनाया वहीं, कांग्रेस ने विधानसभा सीट में भ्रष्ट्रचार के मुद्दे को उठाया। कांग्रेस ने भाठागांव जमीन घोटाले को भी मुद्दा बनाया। कांग्रेस उम्मीदवार लोगों से लगातार यह कहते रहे कि इस घोटाले को वह सदन में उठाएंगे। बीजेपी ने कांग्रेस उम्मीदवार को बाहरी उम्मीदवार भी बताया। वहीं, कांग्रेस के कई सीनियर नेताओं की सक्रियता पर भी बीजेपी ने जमकर हमला बोला।
विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के दौरान दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार को जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा। बीजेपी प्रत्याशी सुनील सोनी को भी विरोध हुआ। वहीं, कांग्रेस उम्मदवार के सामने लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी उम्मीदवार सुनील सोनी की सक्रियता पर सवाल उठाए।
छत्तीसगढ़ की एक मात्र सीट पर उपचुनाव हो रहा है। विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है अब जनता की बारी है। विधानसभा चुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान होना है। अब जनता को तय करना है कि वह किस नेता को अपना विधायक चुनती है। विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 23 नवंबर को घोषित किया जाएगा।
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है। इस सीट से बीजेपी के ब्रजमोहन अग्रवाल लगातार 8 बार विधायक रहे हैं। बीजेपी की अभेद गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर कंग्रेस ने 34 साल के युवा नेता आकाश शर्मा पर दांव लगाया है। आकाश शर्मा पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, बीजेपी ने इस सीट पर रायपुर के पूर्व सांसद सुनील सोनी को मैदान में उतारा है।