बिलासपुर-छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में रेत ठेकेदार के बेटे और उसके साथियों ने अपने दोस्त को घुमाने के बहाने उसकी ही कार में अपहरण कर लिया। रास्ते में जमकर पिटाई की और इंस्टाग्राम पर लाइव वीडियो भी चलाया। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
जब उसके परिजन केस दर्ज कराने थाने पहुंचे, तब पुलिस ने मिलकर दबाव बनाया कि, पीड़ित पक्ष को बिना कार्रवाई के ही घर लौटना पड़ा। पुलिस का कहना है कि, मामले में समझौता कर लिया गया है। जिसके चलते कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
दरअसल, सरकंडा क्षेत्र निवासी तनय अग्रवाल स्कूल स्टूडेंट है। रेत ठेकेदार अजय सिंह के बेटे अनुराग ठाकुर से उसकी दोस्ती है। रविवार की शाम तनय अपनी कार में घूमने निकला था। तभी रास्ते में तोरवा के पास उसे अनुराग और उसका नाबालिग दोस्त मिल गया। दोनों उसे खाना खिलाने और घूमने के बहाने रायपुर रोड की तरफ लेकर गए।
रास्ते में तनय और अनुराग के बीच किसी लड़की को विवाद शुरू हो गया। इसलिए अनुराग गुंडागर्दी और मारपीट करने पर उतारू हो गया। वो तनय की कार को खुद चालने लगा। उसकी पिटाई करते हुए पीछे बैठा दिया। जिसके बाद इंस्टाग्राम पर लाइव वीडियो बनाकर उसके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट कर हथियार दिखाकर डराने लगा।
इधर, तनय के परिजन उससे सम्पर्क करने की कोशिश करते रहे। जब उससे बात नहीं हुई, तब वो शिकायत लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे। जब बेटा नहीं मिला, तो परेशान परिजन केस दर्ज कराने के लिए सिविल लाइन थाना पहुंचे थे।
पुलिस तीनों को पकड़कर थाना ले आई। जिसके बाद परिजनों पर ऐसा दबाव बनाया गया कि उन्होंने उसी शिकायत में कोई कार्रवाई नहीं चाहने और समझौता करने जैसी बातें लिख दी।लिहाजा,पुलिस ने उन्हें बिना कार्रवाई के ही छोड़ दिया।
सिविल लाइन CSP अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो वाले केस में दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया था। पूछताछ में पता चला कि दोनों एक दूसरे को जानते हैं। लेकिन, उन्होंने कार्रवाई से मना कर दिया। जिस कारण पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया और उन्हें छोड़ दिया। अगर पीड़ित युवक शिकायत करेगा, तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को इन बदमाशों की हरकतों का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तब पुलिस अफसर हरकत में आए। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस ने अनुराग ठाकुर को पकड़ कर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने का दावा किया। लेकिन, पुलिस ने आरोपी युवक के पकड़े जाने की तस्वीर साझा नहीं की।
एडिशनल एसपी उमेश कश्यप ने बताया कि, पुलिस ने वायरल वीडियो पर एक्शन लेते हुए अनुराग ठाकुर के खिलाफ प्रतिबंधक कार्रवाई की है। अनुराग के खिलाफ हथियार लेकर डराने के मामले में पहले भी कार्रवाई की गई थी। उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।