महासमुंद जिले के कोमाखान थाना क्षेत्र के शासकीय छुरीडबरी स्कूल में छात्राओं से अश्लील हरकत और घटिया बात करने वाले 3 शिक्षकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शिक्षक छात्राओं से मासिक धर्म(पीरियड्स) उनके अंडर गारमेंट्स के बारे में सवाल पूछते थे। साथ ही उन्हें पोर्न वीडियो भी दिखाया जाता था, जिससे बच्चियां बेहद परेशान और डरी हुई थीं। मामला बागबहरा ब्लॉक स्थित छुरीडबरी स्कूल का है।
छात्राओं का आरोप है कि तीनों शिक्षक आसकरण साहू, महेन्द्र बघेल और प्रमोद चन्द्राकर उन पर दबाव बनाकर और धमकी देकर मालिश भी करवाते थे, साथ ही गंदी और अश्लील बातें करते थे। इन सारी हरकतों से जब छात्राएं बेहद परेशान हो गईं, तो उन्होंने टीचरों की करतूत अपने माता-पिता को बताई, जिसके बाद परिजन भड़क गए। वे तुरंत बच्चियों को लेकर थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तीनों शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया है।
शिक्षा विभाग ने तीनों शिक्षकों के निलंबन का अनुशंसा पत्र जेडी (ज्वाइंट डायरेक्टर) कार्यालय भेज दिया है। वहीं इस पूरे मामले पर 27 फरवरी को दोपहर से लेकर रात 10 बजे तक बूढ़ादेव मंदिर परिसर में हंगामा चलता रहा। इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक अजाक अजय शंकर त्रिपाठी, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कौशल वर्मा सहित बड़ी संख्या में पालक और ग्रामीण मौके पर मौजूद रहे। शिक्षकों की गंदी हरकत को लेकर गांव में आक्रोश का माहौल है।
ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी बच्चियों को बहुत ही भरोसे के साथ स्कूल में पढ़ाई करने के लिए भेजते हैं, लेकिन अगर शिक्षक ही उनकी बेटियों पर गंदी नजर रखेंगे, तो फिर वे शिक्षा कैसे ग्रहण कर पाएंगी। इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, माध्यमिक शाला छुरीडबरी में पदस्थ शिक्षक आसकरण साहू, महेन्द्र बघेल और प्रमोद चन्द्राकर पर छात्राओं के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि शिक्षक छात्राओं को गंदे वीडियो दिखाते हैं, उनसे गंदे सवाल करते हैं और अश्लील हरकतें करते हैं। छात्राओं की मर्जी के खिलाफ उन्हें इधर-उधर छूते हैं।
रात तक होता रहा हंगामा
सोमवार दोपहर आक्रोशित ग्रामीण पहले स्कूल पहुंचे, जहां से सभी एक साथ गांव के बूढ़ा देव मंदिर परिसर में एकत्रित हुए। मंदिर परिसर में दोपहर 3 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक गहमागहमी का माहौल रहा। ग्रामीणों के भारी आक्रोश के बाद टूहलू चौकी प्रभारी और विकास खंड शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं कोमाखान और बागबाहरा के थाना प्रभारी भी महिला स्टाफ के साथ मौके पर तैनात रहे। इस बीच उप पुलिस अधीक्षक अजय शंकर त्रिपाठी को मौके पर बुलाया गया। उनके सामने ग्रामीणों और पालकों ने तीनों शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन पर तत्काल कारवाई की मांग की।
छात्राओं ने शिक्षकों के बारे में बताया कि ये तीनों शिक्षक हर रोज शराब पीकर आते हैं। उनके साथ गालीगलौज करते हैं, अपने बदन की मालिश करवाते हैं, सामने बुलाकर अपने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो दिखाते हैं। गांव वालों को अपशब्द कहते हैं, साथ ही उनके साथ गंदी हरकतें भी करते हैं। उनके मासिक धर्म को लेकर सवाल करते हुए अभद्र टिप्पणी करते हैं।
तीनों शिक्षकों पर कई धाराएं लगाई गईं
पुलिस ने सोमवार रात पालकों के भारी विरोध और छात्राओं के बयान के बाद एक ही कैंपस में संचालित मिडिल व प्राथमिक स्कूल के तीनों शिक्षकों के विरुद्ध लैंगिक अपराधों से बालकों के संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो एक्ट), अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम व सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। तीनों शिक्षकों आसकरण साहू, महेन्द्र बघेल और प्रमोद चन्द्राकर को आईपीसी की धारा 292, 354, 34, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अध्रिनियम 2012 की धारा 8, 10 आईटीएक्ट की धारा 67(ए) अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम की धारा 3(2)(वीए) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।
शिक्षा विभाग ने की निलंबन की अनुशंसा
इस संबंध में सहायक संचालक शिक्षा हिमांशु भारती ने कहा कि तीनों शिक्षकों के विरुद्ध गंभीर आरोप लगे हैं। एफआईआर दर्ज हो चुका है, प्रतिवेदन मंगा लिया गया है, तीनों के निलंबन का अनुशंसा पत्र ज्वाइंट डायरेक्टर कार्यालय रायपुर भेज दिया गया है।
शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था अब तक नहीं
हालांकि, अब तक स्कूल में वैकल्पिक शिक्षकों की व्यवस्था नहीं की गई है। 3 शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद प्राथमिक शाला में दो, मिडिल स्कूल शिक्षक विहीन हो गया है। मिडिल में कुल तीन शिक्षक थे। महिला शिक्षक मातृत्व अवकाश पर हैं। दो शिक्षक गिरफ्तार हुए हैं, जिससे मिडिल में शिक्षक नहीं हैं।