बीजापुर:छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों के सामने 19 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से 9 पर इनाम घोषित था। इस बात की जानकारी सोमवार को पुलिस अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि इनामी नक्सलियों में देवा पदम, देवा की पत्नी दुले कलमू, सुरेश कटटाम, सोनी पूनेम, नारायण कटटाम, अंदा माडवी, बामी कुहरामी, शंकर कड़ती और मुन्ना पोड़ियाम शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बटालियन नंबर एक के सदस्य देवा पदम और दुले कमलू पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम घोषित है..। एरिया कमेटी सदस्य सुरेश कटटाम पर पांच लाख रुपये और पार्टी सदस्य सोनी पूनेम पर दो लाख रुपये का इनाम है। उन्होंने बताया कि नक्सली नारायण कटटाम, अंदा माडवी, बामी कुहरामी, शंकर कड़ती और मुन्ना पोड़ियाम पर एक-एक लाख रुपये का इनाम है।
अधिकारियों ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों का संगठन के विचारों से मोहभंग हुआ और वे संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद से परेशान थे। इसलिए उन्होंने समाज की मुख्यधारा से जुड़कर सुरक्षित पारिवारिक जीवन जीने की चाह में सरेंडर करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने बताया कि सरेंडर कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने वाले सभी नक्सलियों को प्रोत्साहन के तौर पर 25-25 हजार रुपये नकद राशि दी गई है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया साल 2025 में जिले में अब तक 84 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। जबकि सुरक्षाबल के जवानों ने 137 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, जिले में हुई अलग-अलग मुठभेड़ों में 56 नक्सली मारे गए हैं।
19 इनामी नक्सलियों के सरेंडर पर सीएम विष्णुदेव साय ने सुरक्षाबल के जवानों को बधाई दी है। सीएम ने कहा- छत्तीसगढ़ शासन की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति- 2025 से प्रभावित होकर बीजापुर जिले में 28 लाख रुपए के 9 ईनामी नक्सलियों सहित कुल 19 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। बस्तर में कैंसर रूपी नक्सलवाद के ताबूत पर आखिरी कील ठोंकने का काम हमारी डबल इंजन की सरकार कर रही है। इसके कुचक्र में फंसे लोग अब पुनः समाज की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं, जो स्वागतेय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के संकल्प के अनुरूप मार्च 2026 तक नक्सलवाद का खात्मा तय है।
बस्तर संभाग के सुदूर अंचलों में हमारी सरकार द्वारा लगातार नए सुरक्षा कैंप स्थापित करने, नियद नेल्ला नार योजना से सड़क निर्माण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार से लोगों का सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है। हमारी सरकार, नक्सलवाद का दामन छोड़ मुख्यधारा में आने वाले इन लोगों के पुनरुत्थान के लिए तत्पर है। इस महत्वपूर्ण कामयाबी के लिए सुरक्षाबलों को बहुत-बहुत बधाई।