रायपुर। तपती धूप में सुबह से लेकर देर रात का चुनावी सफर बता रहा है कि प्रत्याशी चुनाव को लेकर कितने गंभीर हैं। उन्ही में से एक रायपुर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल का चुनाव प्रचार यदि पूरे प्रदेश भर के संसदीय क्षेत्रों की बात करें तो सबसे ज्यादा संगठित व रणनीतिक तरीके से काफी आगे चल रहा है। बूथ, मंडल व वार्ड का सबसे निचला छोर जो होता है, वहां के कार्यकर्ता भी मोर्चा संभाल चुके हैं। संसदीय सीट पर एक दौर पूरा हो चुका है दूसरा भी शुरू हो गया है। खासियत यह है कि जहां प्रचार करना है वहीं के लोगों को जिम्मा दिया जा रहा है। संसदीय सीट पर अधिकांश विधानसभा में भाजपा के विधायक हैं इसका भी फायदा मिल रहा है। सभी ने अपने विधानसभावार जिम्मेदारी ले ली है।
भाजपा के हर विंग चाहे वह महिला मोर्चा हो, भाजयुमो या किसान प्रकोष्ठ चाहे पिछड़ा वर्ग सबने पूरी ताकत झोंक दी है। फिर बृजमोहन अग्रवाल का अपना अंदाज ही अलग है,उनकी वहीं आत्मीयता और हर किसी से अपनापन, हर समय सर्वसुलभता लोगों को स्वमेव खींच ले रही है। लोग तो यहां तक दावा कर रहे हैं कि जिस प्रकार विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक वोटों से जीतने का रिकार्ड बनाया था वही रिकार्ड लोकसभा चुनाव में भी बनेगा। उनकी कोर टीम भी मोर्चा संभाल चुकी है। प्रचार प्रसार की बात करें तो बैनर पोस्टर होर्डिंग्स समर्थक स्वंय होकर लगवा रहे हैं। चुनावी क्षेत्र में साइलेंट दस्तक देने के बाद जो नजारा सुना व दिखा उसी पर आधारित है ये खबर। कहीं-कहीं कुछ लोग इस बात को लेकर निराश भी दिखे कि संसदीय चुनाव जीतने के बाद दिल्ली में उनके नेता सक्रिय हो जायेंगे तो रायपुर में उनका काम कौन करवायेगा? प्रचार के दौरान लोग बृजमोहन से यह सवाल भी कर रहे हैं,सधे अंदाज में वे कहते हैं हमेशा की तरह वे जनसेवक के रूप में उपलब्ध रहेंगे। हालांकि मतदान में कहें लगभग महीने भर का समय है,कारवां कहां तक बढ़ता है नतीजे आने तक इंतजार करना होगा।