छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर की बहू और बैंक मैनेजर की पत्नी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि उसी दिन उसका पति भोपाल से ट्रेनिंग कर लौटा था। रात में खाना बनाने को लेकर उनके बीच विवाद हो गया। इसके बाद महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें उसने परिवारवालों से माफी मांगी है और अपनी बच्ची का ध्यान रखने के लिए कहा है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार, जीआर महिलाने रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर हैं और उनका परिवार तिफरा के यदुनंदन नगर में रहता है। उनका छोटा बेटा रविकांत महिलाने मस्तूरी क्षेत्र के जयरामनगर-एरमसाही में कैनरा बैंक में मैनेजर है। उसकी शादी जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ में रहने वाले टीचर राजकुमार जांगड़े की बेटी युक्तिरानी (29) से साल 2019 में हुई थी। शादी के बाद परिवार सहित रविकांत यदुनंदन नगर में रहता था। पिछले करीब 7 माह से रवि और उसकी पत्नी मोपका स्थित स्वर्ण रेसीडेंसी में रहने लगा था। उनकी 15 माह की बेटी भी है।
रात में बेड रूम में लगाई फांसी
रविकांत ने पुलिस को बताया कि रात में वह अपनी बेटी को खिला रहा था और टीवी देख रहा था। रात करीब 10 बजे तक युक्तिरानी खाना नहीं बनाई थी। वह खाना बनाने के लिए किचन में गई थी। इस दौरान वह टीवी की आवाज तेज कर बच्ची को खिला रहा था। करीब आधे घंटे बाद वह किचन में गया, तब युक्तिरानी वहां नहीं थी।
वहीं, बाजू के बेडरूम का दरवाजा अंदर से बंद था। उसने काफी आवाज लगाया। लेकिन, अंदर से कोई आहट सुनाई नहीं दी। तब वह खिड़की से झांक कर देखा तो युक्तिरानी दुपट्टे से फंदे पर झूल रही थी। इसके बाद उसने अपने पापा और ससुर सहित अन्य लोगों को घटना की जानकारी दी।
मायकेवालों ने पति को पीटा
एएसआई देवेंद्र तिवारी ने बताया कि पुलिस को देर रात महिला के फांसी लगाने की जानकारी मिली थी, तब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी। इस दौरान रविकांत ने उसे फांसी के फंदे से नीचे उतार दिया था। पुलिस पहुंची, तब मायकेवाले भी पहुंच गए थे। इस दौरान मायकेवालों ने आरोप लगाते हुए रविकांत की जमकर पिटाई भी की। हालांकि, पुलिस ने बीच-बचाव कर उन्हें शांत कराया। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि रविकांत बैंक की ट्रेनिंग के लिए दस दिन से भोपाल में था। सोमवार दोपहर वह घर लौटा था। इस दौरान वह बेटी का वैक्सीनेशन कराने भी गया था। वैक्सीनेशन के कारण ही उनकी बेटी रो रही थी तो वह उसे देख रहा था।
युक्तिरानी के परिजनों ने पुलिस को बताया कि रात करीब 10 बजे उसकी मां ने मोबाइल पर कॉल किया था, तब तेज आवाज में टीवी चल रही थी और उनके बीच झगड़ा चल रहा था। युक्ति ने कुछ सेकेंड बात की और बाद में कॉल करने की बात कहते हुए फोन कट कर दिया। इसके कुछ समय बाद उसके मरने की खबर आ गई। उनका आरोप है कि रविकांत ने अकेले उसे फंदे से कैसे उतार लिया। जब वह हाल में था और युक्तिरानी बाजू में बेडरूम में फंदे पर झूल रही थी, तब उसने बीच-बचाव क्यों नहीं किया। उन्होंने अपनी बेटी की मौत को लेकर कई सवाल उठाया है।
सुसाइड नोट में लिखा, दीदी मेरी बेटी को अपनी बेटी की तरह रखना
पुलिस ने युक्तिरानी के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें उसने अपनी बड़ी बहन नीलू रानी से कहा है कि मेरी बेटी को अपनी बेटी की तरह रखना और प्यार करना। मेरे बारे में उसे बताना कि अच्छी मम्मा थी, आगे लिखा है कि आई लव यू सबको, पामा-मम्मी, पप्पू भाई अन्नू, बंटू भाई तुम सब खुश रहना। मुझे हमेशा याद करना, सबको मैं बहुत प्यार करती हूं। जो होता है, अच्छे के लिए होता है, सब सक्सेसफुल रहना, मेरी दुआ तुम्हारे साथ है।
इस घटना की जानकारी मिलते ही महिला के पिता राजकुमार देवांगन, भाई आकाश सहित परिवार के अन्य सदस्य रात में ही पहुंच गए थे। इस दौरान बहन की मौत से गुस्साए भाइयों ने मिलकर रविकांत की जमकर पिटाई कर दी। हालांकि, पुलिस ने बीच-बचाव कर शांत कराया। उन्होंने रविकांत और उसके ससुरालवालों पर बेटी युक्तिरानी पर प्रताड़ना और मारपीट करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि शादी के बाद ही रविकांत और उसके ससुरालवाले उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे, जिससे तंग आकर सात माह से वह ससुरालवालों से अलग रह रही थी। उनके आरोप लगाने पर पुलिस ने रविकांत को हिरासत में ले लिया है। वहीं, महिला के शव का कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पंचनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद परिजन को सौंप दिया है।