रायगढ़
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ रेंज हाथियों का आंतक जारी है ,बीती रात रायगढ़ रेंज के जंगल से निकलकर हाथी धान खरीदी केन्द्र बंगुरसिया में घुस आया रात को ही इसकी जानकारी वन अमले को दी गई जिसके बाद हाथी को खदेड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन हाथी बस्ती और फिर वापस धान खरीद केन्द्र मेंआकर उत्पाद मचाता रहा ।
हलाकि बंगुरसिया धान खरीदी केन्द्र में रखे धान उठाव का कार्य पूरा हो चूका है लेकिन एक ट्रक यहां धान अभी बचा है।जिसे देख रात को हाथी जंगल से निकलकर खरीदी केन्द्र मेंआ गया .यहा उसने एक बोरी धान के बोरे को पटककर धान को फैलाया और कुछ मात्रा में धान को खाया ही था किउसे भगाने के लिए ग्रामीण और वन अमला मौके पर पहुंच गया रात करीब साढ़े 12 बजे हाथी उत्पात मचाता रहा। इसके बाद यहां से निकलकर पास के बरझरिया पारा बस्ती में आ गया।
बस्ती की सड़कों पर काफी देर खड़ा होने के बाद हाथी वहां से निकलकर रात में तकरीबन डेढ़ बजे फिर से धान खरीदी केन्द्र में पहुंच गया और यहां 2 बोरा धान के बोरे को फाड़कर फिर से धान खाने और फैलाने लगा। बताया जा रहा है कि सुबह करीब साढ़े 5 बजे तक हाथी यहीं रहा और उसके बाद धीरे-धीरे जंगल की ओर चला गया।
दरअसल बंगुरसिया धान खरीदी केन्द्र जंगल से लगा हुआ है जब हाथी की मर्जी होती है जंगल से निकलकर हाथी इस केन्द्र में पहुंच जाते हैं। धान खरीदी शुरू होने के बाद से लगभग डेढ़ माह में रात को 8 वीं बार हाथी धान केंद्र में पहुंचकर 50 बोरा धान चट कर चुका है।
विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि धान खरीदी केन्द्र में हाथी धान के बोरे को फाड़कर गिराते और फैलाते ज्यादा है इससे नुकसान होता है देखा गया है कि कई बार धान के बोरे को हाथी सूंड से फेंक-फेंककर जंगल ले जाते हैं और वहां भी फैला देते हैं।
विभागीय रिकॉर्ड के अनुसार रायगढ़ वन मंडल में 26 हाथी का दल विचरण कर रहा है। इसमें बंगुरसिया पश्चिम में 18, बंगुरसिया पूर्व में 1 और कांटाझरिया पूर्व में 7 हाथी विचरण कर रहे हैं। इसमें 10 नर, 10 मादा और 6 शावक शामिल हैं।
इस संबंध में रायगढ़ रेंजर हेमलाल जायसवाल ने बताया कि हाथियों पर लगातार नजर रख रहे हैं। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। बंगुरसिया और जुनवानी सर्किल में हाथियों की मौजूदगी है