Wednesday, March 12, 2025
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यूपी स्टाइल में ढेर हुआ गैंगस्टर अमन साव:कल झारखंड पुलिस रायपुर से रांची लेकर निकली थी; एक्सीडेंट के बाद भागने की फिराक में था

रायपुर–गैंगस्टर अमन साव को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है कल देर शाम ही रायपुर से उसे रांची ले जाने के लिए झारखंड पुलिस रवाना हुई थी  पुलिस का दावा है कि, इसी दौरान गाड़ी का पलामू के पास एक्सीडेंट हुआ..। जिसके बाद गैंगस्टर अमन पुलिस का हथियार छीनकर भागने लगा। बताया जा रहा है कि उसने पुलिस पर फायरिंग भी की। जिसके बाद पुलिस की टीम ने जवाबी फायरिंग में उसे मार गिराया”।

यह तस्वीर रायपुर सेंट्रल जेल के बाहर की है, जहां से कल (सोमवार) ही झारखंड पुलिस अमन साव को लेकर रवाना हुई थी। - Dainik Bhaskar

आपको बता दे रांची के बरियातू थाना इलाके के गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल के पास 7 मार्च को कोयला कारोबारी बिपिन मिश्रा की कार पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। फायरिंग से विपिन मिश्रा और उसके ड्राइवर को भी गोली लगी थी । कोयला कारोबारी के बॉडीगार्ड ने भी जब जवाबी फायरिंग की तो हमलावर फरार हो गए। अपराधियों को गिरफ्तार करने के पुलिस छापेमारी कर रही है। आरोप है कि ये फायरिंग का काम जेल में बंद अमन साव के निर्देश पर उसके गुर्गो ने की थी  इसी केस की पूछताछ के लिए झारखंड पुलिस गैंगस्टर अमन साव को रायपुर से रांची ले जा रही थी । अमन साव रायपुर में कारोबारी पर फायरिंग मामले में सेंट्रल जेल में बंद था

अमन साव पर 50 से अधिक मामले रांची सहित राज्य के अगल-अलग थानों में दर्ज हैं। अमन साव का गिरोह रांची के अलावा रामगढ़, चतरा, धनबाद, हजारीबाग, पलामू, लातेहार और बोकारो में रंगदारी मांगने के लिए सक्रिय है।

गिरोह कोल माइनिंग कंपनियों, कोयला व्यवसायी और ट्रांसपोर्टर, बिल्डर, ठेकेदार और कारोबारियों को रंगदारी के लिए टारगेट करता  है। अगर इन्हें रंगदारी नहीं मिलती है तो गिरोह के गुर्गे या तो उन कारोबारियों के दफ्तर पर फायरिंग कर धमकाते  या फिर उन्हें ही गोली मार देते हैं।

पिछले 6 माह में रंगदारी मांगने और गोली चलाने के आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। अमन गिरोह के खौफ से कई कारोबारियों ने अब घर से निकलना भी कम कर दिया है। उन्हें डर लगा रहता है कि कहीं उन पर कोई रंगदारी नहीं देने को लेकर फायरिंग ना कर दे।

झारखंड में बढ़ते अपराध को लेकर सूबे के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने माना है कि जेल में बंद अपराधी जेल से ही अपना गैंग चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने एटीएस एसपी को निर्देश दिया है कि बीएनएस की धारा 111 के तहत काम करें। यह धारा संगठित अपराधियों के खिलाफ पुलिस को काम करने का पावर देती है।

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