रायपुर”विधान सभा में चल रहे बजट सत्र के प्रश्न कल के दौरान महतारी वंदन योजना के तहत बुजुर्ग महिला हेतु ग्राहियों को मिलने वाली राशि में कटौती का मुद्दा विधानसभा में गूंजा..। विपक्ष के सवालों में घिरीरी महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने स्वीकार किया की विधवा परितक्ता महिलाओं को मिलने वाली पेंशन की राशि और महतारी वंदन योजना के अंतर की राशि दी जा रही है। इस पर सदन में विपक्ष ने हंगामा मचाया,,।वहीं महिलाओं को धोखा देने के आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। सरकार पर जरूरतमंद बुजुर्ग महिलाओं से ही धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए सदन से बहिर्गन कर दिया।
कांग्रेस सदस्य उमेश पटेल ने कहा की फिल्मी हीरोइन के नाम से फर्जीवाड़ा कर पैसा निकल रहा है. आखिर इसका क्राइटेरिया क्या है ? घोषणा पत्र में जो वादा किया गया था अब उसमें माप दंड क्यों तय कर दिए गए हैं ?
इस पर मंत्री के द्वारा ठोस जवाब दिए जाने की बजाय.पूर्ववर्ती सरकार के वादों की याद दिलाने पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया.. और सदन में मांग उठाई कि बुजुर्ग महिलाओं के ₹500 नहीं काटे जाएंगे. इसकी मंत्री घोषणा करें…
इधर जवाब देते हुए मंत्री ने दावा किया कि बस्तर की घटना के बाद जांच कराई गई थी. जिसमें एक भी फर्जी प्रकरण नहीं मिला।
दरअसल प्रश्न कल के दौरान ही प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत ने ही महतारी वंदन योजना को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि किसी हितग्राहियों की मृत्यु होने पर उसे जानकारी कैसे मिलती है और इसके बाद इसके अपडेट होने पर कितना समय लगता है..। इस बीच मिलने वाली राशि कहां जाती है इस पर महिला बाल विकास मंत्री ने कहा हितग्राहियों के परिजनों से और कार्यकर्ताओं के अलावा ऑनलाइन पोर्टल में जानकारी मिलती है। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा मरने के बाद कोई व्यक्ति कैसे जानकारी देगा ना ही उनके परिजन जानकारी देंगे।