सुकमा में बाजार के दौरान भीड़ में सामान्य कपड़े पहनकर नक्सलियों ने दो पुलिस कॉन्स्टेबलों पर हमला कर दिया। यहीं नहीं आरोपियों ने उनकी सेवा राइफल्स भी छीन लीं।
- सुकमा में 2 पुलिसकर्मियों पर नक्सलियों ने किया हमला
- बाजार में घुसकर आरोपियों ने दिया घटना को अंजाम
- सरेआम चाकूबाजी कर राइफलें लूटकर हुए फरार
रायपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने दो पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। रविवार सुबह साप्ताहिक बाजार में घटी इस घटना में नक्सली आम लोगों की तरह कपड़े पहने हुए थे। उन्होंने कॉन्सटेबलों पर धारदार हथियारों से अचानक हमला किया। हमले के बाद नक्सली दोनों पुलिसकर्मियों की सर्विस राइफल भी लूट ले गए।
यह घटना जगारगुंडा गांव के बाजार की बताई जा रही है। यहां पुलिस जवान सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों का एक छोटी एक्शन टीम जिसमें लगभग चार-पांच लोग थे, अचानक दो कॉन्स्टेबलों कर्तम देवा और सोढ़ी कन्ना पर धारदार हथियारों से टूट पड़े। हमला इतना जोरदार था कि उन्हे संभलने का मौका भी नहीं मिला। इसके बाद नक्सली उनकी इंसास राइफल लूटकर फरार हो गए।
इलाज के लिए राजधानी किया रेफर
घटना के बाद मौके पर तैनात अन्य सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत मोर्चा संभाला और हमलावरों की तलाश शुरू कर दी। घायल हुए दोनों कॉन्स्टेबल जगारगुंडा पुलिस स्टेशन में तैनात थे। उन्हें पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिर बाद में उन्हें एयरलिफ्ट कर रायपुर ले जाया गया और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बता दें कि बस्तर संभाग में नक्सली अक्सर आम नागरिकों की तरह कपड़े पहनकर सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहे हैं। सुकमा समेत सात जिलों वाले बस्तर संभाग में पहले भी कई बार साप्ताहिक बाजारों में सुरक्षाकर्मियों पर ऐसे हमले हो चुके हैं। पुलिस प्रशासन की टीम ने प्लान बनाकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस मामले पर छत्तीसगढ़ के डेप्युटी सीएम अरुण साव ने कहा कि जब से राज्य में डबल इंजन की सरकार बनी है। बस्तर को नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में दोगुनी गति से काम हो रहा है।