वेंकटेश बालाजी मंदिर गोकर्ण धाम तुलसी तिल्दा में चल रही राम कथा के तीसरे दिन गुरुवार को कथावाचक रामस्वरूपाचार्य ने कहा कि इस जगत में भगवान श्री राम जैसा दूसरा चरित्र नहीं है, प्रभु श्री राम की कथा के श्रवण मात्र से ही जीव के तमाम सांसारिक पाप नष्ट हो जाते हैं,इसीलिए उन्हें पुरुषोत्तम राम कहा गया है |संसार के प्रत्येक प्राणी को भगवान श्रीराम का अनुसरण करना चाहिए..
महराज ने कहा कि किसी बी निसंतान नारी को उपेक्षित न करें. बल्कि उनका सम्मान करें,, इस अवसर पर कथावाचक एवं भक्तों द्वारा भगवान श्री राम के जन्म उत्सव को धूमधाम से मनाया गया साथ ही भगवान के जन्मोत्सव पर बधाई गीतों का गायन किया गया |
जन्म उत्सव के बाद भगवान श्री राम गुरु वशिष्ठ द्वारा नामकरण एवं शिक्षा दीक्षा के साथ समस्त विधाओं में परंपरागत होकर गुरु वशिष्ठ द्वारा नामकरण एवं शिक्षा दीक्षा के साथ समस्त विधाओं में पारापरा गत होकर गुरु के साथ वापस अयोध्या आ गए.. महाराज ने मनु और सतरूपा, नारद मोह की कथा का भी प्रसंग सुनाया.. कथा का श्रवण करने पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक पहुंचे, उन्होंने महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त कर श्रोताओं के साथ 1 घंटे तक कथा का श्रवण किया