रायपुर के धरसींवा इलाके में एक्टर से भाजपा नेता बने अनुज शर्मा का विरोध हो गया। कुछ स्थानीय लोगों ने अनुज शर्मा का पुतला फूंका। बाहरी भगाओ, धरसींवा बचाओ के नारे भी लगाए गए। यह सारा बवाल विधानसभा टिकट के हल्ले की वजह से है।
एक दिन पहले बीजेपी के संभावित प्रत्याशियों की सूची मीडिया में सामने आई। इसके बाद अब यह प्रतिक्रिया देखने को मिली है। खास बात ये है कि भाजपा नेता अनुज शर्मा का धरसींवा में जो विरोध देखने को मिला उसके पीछे भाजपा नेताओं का ही हाथ है।
मंगलवार की शाम कुछ ग्रामीण जुटे। उन्होंने अनुज शर्मा का पुतला जलाकर नारेबाजी की। इनमें कुछ भाजपा के कार्यकर्ता भी शामिल थे। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता अनुज शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस विरोध के जरिए संदेश देने का सियासी प्रयास भी है।
अनुज शर्मा को इस इलाके में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। कुछ महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुए एक्टर शर्मा को विधानसभा चुनाव लड़ाने की चर्चा है। स्थानीय नेताओं ने इस विरोध प्रदर्शन से विरोध जता दिया है।
एक्टर अनुज शर्मा से धरसींवा इलाके में हुए विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने दैनिक भास्कर से यह कह दिया कि उन्हें इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी है।
धरसींवा में इस वक्त कांग्रेस की अनिता शर्मा विधायक है। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच इस बात की चर्चा है कि उनका क्या होगा, क्योंकि पार्टी कुछ महीने पहले ही संगठन में आए अनुज शर्मा को चुनावी मौका दे सकती है। इससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी है। सबके बीच उनकी अनदेखी किए जाने का संदेश गया है।
1 अक्टूबर को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। छत्तीसगढ़ के नेता शामिल थे। इस बैठक के बाद ही यह नाम सामने आया कि धरसींवा से अनुज शर्मा को विधानसभा की टिकट दी जा सकती है। हालांकि यह फिलहाल सिर्फ संभावनाएं हैं, पार्टी ने आधिकारिक सूची जारी नहीं की है जल्द ही सूची को जारी किया जा सकता है।
अनुज शर्मा का नाम संभावित होने के बाद ऐसे हालत देखने को मिले। दूसरी तरफ इससे पहले 21 प्रत्याशी के नाम भारतीय जनता पार्टी घोषित कर चुकी है। इनमें से कई प्रत्याशियों का पुरजोर विरोध हो रहा है । प्रबोध मिंज, राजिम में रोहित साहू और सरायपाली से भाजपा प्रत्याशी सरल कोसरिया का क्षेत्र के ही भाजपा पदाधिकारियों ने विरोध किया है, जिससे निपटने की कोशिश भाजपा कर रही है।