भारतीय जनता पार्टी (BJP) चौंकाने में माहिर है। जैसा दिखाई देता है, जिसकी चर्चा होती है, असल में वैसा होता नहीं है। 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार आने के बाद बीजेपी
हाइलाइट्स
- फडणवीस की चर्चा के बीच एकनाथ शिंदे अचानक बने थे सीएम
- मध्य प्रदेश में मोहन यादव के नाम से बीजेपी ने सबको चौंकाया
- राजस्थान में भजनलाल शर्मा के नाम से हर कोई रह गया था हैरान
मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (BJP) चौंकाने में माहिर है। जैसा दिखाई देता है, जिसकी चर्चा होती है, असल में वैसा होता नहीं है। 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार आने के बाद बीजेपी हमेशा चौंकाती रही है। राष्ट्रपति के चुनाव की बात हो या फिर किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनाने की, हमेशा बीजेपी चौंकाने वाले नाम देती रही है। दरअसल सन 2014 के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा एकनाथ खडसे, गोपीनाथ मुंडे सहित कई सारे और नाम की थी, लेकिन पार्टी ने सभी को आश्चर्यचकित करते हुए देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया।
फडणवीस की चर्चा के बीच शिंदे बने सीएम
उद्धव ठाकरे की सरकार गिरने के बाद कयास लगाया जा रहा था कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे, लेकिन अचानक ही एकनाथ शिंदे का नाम मुख्यमंत्री के लिए सामने आया। उन्हें मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई गई तो उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बनाया गया, जबकि उस वक्त किसी को इसकी भनक तक नहीं लगने की दी गई।
मध्य प्रदेश में मोहन यादव के नाम ने चौंकाया
इसी तरह से मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पिछला चुनाव लड़ा गया। लाडली बहना योजना उनकी देन थी। उस वक्त सभी सर्वे यही बोल रहे थे कि कांग्रेस की सरकार बनेगी, लेकिन बीजेपी की वापसी हुई। परंतु पार्टी ने शिवराज सिंह को मुख्यमंत्री नहीं बनाया। उनकी जगह पर चौंकाने वाला नाम आया मोहन यादव का। इसी तरह से राजस्थान में भी बीजेपी ने किया। विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार चुनाव जीतने वाले भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया जबकि चार-पांच बार विधायक ताकते रह गए।
राष्ट्रपति चुनाव में भी चौंकाया