तिल्दा नेवरा -समीपस्थ ग्राम बैकुंठ मे स्थित सतनामी समाज के जोगी कुआ धाम में गुरूघासीदास की 266 वी जयंती रायपुर जिला पंचायत उपाध्यक्ष टंकराम वर्मा के सतनामी समाज के गौरव राजकुमार पात्रे वकील बलौदाबाजार , देवरी सरपंच राजेश लहरे, जनपद प्रतिनिधि खुबी राम यदु, अनुसूचित जाति युवा मोर्चा के अध्यक्ष रूवेल दास सोनवानी, तहसील साहू संघ तिल्दा नेवरा के भूतपूर्व अध्यक्ष समाजसेवी राजेन्द्र कुमार साहू , फालगो राम वर्मा बहेसर , सपना किशोर के विशेष उपस्थिति में भक्ति भाव, के साथ धुमधाम से मनाई गई ।
कार्यक्रम का शुभारंभ जोगी कुंआ धाम के पुजारी के द्वारा पूजा अर्चना क्र किया गया इस अवसर पर महिलाओं के द्वारा जेतखम्भ की पुजा आरती किया गया। राजकुमार पात्रे और अन्य सभी अतिथियों ने मिलकर मंदिर में पालो चढाया । इस अवसर पर कुंदरू सरपंच यशवंत वर्मा ने जोगी कुआ धाम की महिमा को बताते हुए कहा की प्रत्येक वर्ष यहां 25 दिसंबर को ही बडे हर्षोल्लास के साथ बाबा जी की जयंती मनाई जाती है। वही यहां कुछ न कुछ नये विकास व विस्तार होते रहा है। राजेश लहरे ने बाबा जी की जयंती की बधाई देते हुए। समाज के लोगो को संगठित रहने का आह्वान किया।
राजकुमार पात्रे ने बाबा गुरूघासीदास महिमा को सभा के बीच रखते हुए। कहां की हम अलग अलग समुदाय मे बंटे है। जहां लोग छुआ छुत, असप्रिष्यता , सतीप्रथा, अशिक्षा आदि विसंगतियों के कारण हम आपस मे बटे हुए रहे। जिसे बाबा जी ने मानव मानव एकसमान को सूत्रपात करते हुए। मानव मानव एक समान के भाव को जन जन तक पहुचाया। जिसका परिणाम है कि अज अब हम एक साथ एक मंच, एक जगह पर बैठ पा रहे हैं।
अंतिम मुख्य वक्ता के रूप जिला उपाध्यक्ष टंकराम वर्मा ने जोगी कुआ धाम की महिमा को बताते कहां की बाबा के प्रत्येक उपदेशों को हम मानवो को आत्मशात करते हुए। अपने जीवन में अपनाना चाहिए। आज ऊच निच, रंग भेद आदि का भेदभाव समाप्त हो गया है। अंत मे भारत के एक और युगपुरुष रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती, तुलसी पुजन दिवस आदि की सभी को शुभकामनाएं दी। इस मैके पर भोग-भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पंथी टोलीयो के द्वारा पंथी नृत्य प्रस्तुत किया। जिसमे शत के पुजारी पंथी पार्टी ग्राम टीपावन पलारीप्रथम ,और बालिका पंथी पार्टी ग्राम मुरा बंगोली सेकंड रहे। कार्यक्रम में मंच संचालन जोगी कुंआ समिति के अध्यक्ष, दिनेश गायकवाड़ ने किया। इस अवसर पर शिवकुमार टंडन और चरण चेलक, शिवचंद्र मलहरे, मनोज सोनवानी,देवेंद्र पुरान्डे, भरत, लाला राम गेन्ड्रे, रामसहाय बंजारे, ताराचंद बंजारे उपस्थित थे