गणतंत्र दिवस समारोह पर एक बार फिर कोरोना का साया मंडरा रहा है। राज्य सरकार ने 26 जनवरी को आयोजित समारोह में विशेष सावधानी बरतने का निर्देश दिया है। कोरोना के नए वेरिएंट के फैलाव को ध्यान में रखते हुए मास्क पहनने और सामाजिक दूरी के पालन करने कहा गया है। साथ ही स्कूली बच्चों के कार्यक्रम तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह आयोजित होना है। राज्यपाल अनुसुईया उइके इस गरियामय समारोह में सुबह 9 बजे ध्वजारोहण कर परेड की सलामी लेंगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस बीच गणतंत्र दिवस समारोह के आयोजन के लिए सभी विभाग अध्यक्षों, संभागायुक्तों, कलेक्टरों और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पत्र लिखा है। इसमें कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखकर समारोह में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
तय कार्यक्रम के मुताबिक मुख्य समारोह में राज्यपाल द्वारा ध्वजारोहण एवं परेड की सलामी के पश्चात प्रदेश की जनता के नाम संदेश प्रसारित होगा। इसके अलावा समारोह स्थल पर विभिन्न विभागों संस्थानों द्वारा चलित झांकियों का प्रदर्शन होगा और पदक अलंकरण समारोह भी होगा। समारोह स्थल में रंगीन गुब्बारे भी उड़ाए जाएंगे। राज्य स्तर पर होने वाले परेड में सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, जिला पुलिस बल, जेल पुलिस, होमगार्ड, एसटीएफ कमांडो, बीएसएफ, आईटीबीटी और अन्य सशस्त्र बल की टुकड़ियां भी शामिल होंगी। 26 जनवरी की रात सरकारी और सार्वजनिक इमारतों को बिजली की झालरों से सजाकर रोशन किया जाएगा।
जिलों में मुख्यमंत्री और मंत्री होंगे मुख्य अतिथि
जिला मुख्यालयों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, सरकार के मंत्री और संसदीय सचिव ध्वजारोहण कर परेड की सलामी लेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि केवल जिला मुख्यालयों को छोड़कर अन्य किसी भी स्थान में परेड नहीं होगी। यहां के परेड में सेना (जहां उपलब्ध हो), पुलिस, नगर सेना और जेल प्रहरी की टुकड़ियां भाग लेंगी।
पंचायतों के लिए भी प्रोटोकॉल तय
सामान्य प्रशासन विभाग के पत्र के मुताबिक जनपद पंचायत या तहसील स्तर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष ध्वजारोहण करेंगे। ऐसी नगर पालिका-नगर पंचायत जिनका मुख्यालय ब्लॉक मुख्यालय पर नहीं है, उनमें नगर पालिका-नगर पंचायत के अध्यक्ष द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा। पंचायत मुख्यालयों में सरपंच द्वारा एवं बड़े गांवों में, गांवों के मुखिया द्वारा ध्वजारोहण किया जाना है। ध्वजारोहण के बाद सामूहिक रूप से राष्ट्र गान गाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग और कार्यालय प्रमुख अपने कार्यालय भवनों में ध्वजारोहण करेंगे।
इसके पहले कोरोना से निपटने को लेकर रायपुर के अंबेडकर अस्पताल, जिला अस्पताल, माना के सिविल अस्पताल में मॉकड्रिल की गई थी। इन सभी अस्पतालों में तेजी से एंबुलेंस पहुंची। डॉक्टर PPE किट पहने हुए थे। मरीजों को अस्पताल में ले जाया गया। सभी को ऑक्सीजन, ड्रिप,वेंटिलेटर पर ले जाकर उनकी जांच करने का काम किया गया। इन अस्पतालों में कोविड संक्रमण का वैसा ही माहौल दिखा जैसा बीते दो सालाें में देखा गया, मगर ये सब कुछ सिर्फ तैयारी के लिए था। मॉकड्रिल में कुछ जगहों पर कई तरह की अलग-अलग कमियां देखी गई हैं। जिस पर तत्काल सुधार करने के निर्देश दिए गए थे।
कुछ जगहों पर स्टाफ की कमी
इस मॉकड्रिल को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने वीडियो कॉल से देखा। इसके बाद उन्होंने दैनिक भास्कर से बात की। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मॉकड्रिल से समझ आया कि हम पूरी तरह से तैयार हैं किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए। सभी जगहों पर पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं। कुछ जगहों पर स्टाफ की जरुरत है। उसकी हम व्यवस्था करेंगे। बाकी सामान्य हालात हैं। सभी जिला कलेक्टर्स से भी कहा गया है कि अपने जिलों में अस्पतालों बेहतर इंतजाम कर लें।