रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का चुनाव दो चरणों में होना है लेकिन दूसरे चरण के मतदान की तारीख 17 नवंबर को है। दिवाली 12 को है और भाई दूज 15 को ऐसे में अधिकांश लोग अपने घर त्यौहार मनाने चले जायेंगे,,मतदान की तारीख तक वे बाहर से लौट पायेंगे कि नहीं? दूसरी बात त्यौहारी सीजन में लोगों को चुनावी गतिविधियों में शामिल कर पाना नेताओं को मुश्किल लग रहा है इसलिए सभी राजनीतिक दल इस बात पर सहमत नजर आ रहे हैं कि 17 की तारीख को आगे बढ़ाया जाए इसके लिए वे दलील रख रहे हैं कि जब राजस्थान में चुनाव की तारीख बदली जा सकती है तो छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं? फिलहाल निर्वाचन आयोग की ओर से कोई संकेत अभी तक नहीं मिले हैं।
दूसरे चरण के चुनाव 17 नवंबर को हैं। 12 को दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा, मातर-मड़ई, छठ पर्व यहां बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। छठ की शुरुआत 17 नवंबर को खरना से होगी और इसी दिन दूसरे चरण की वोटिंग है। काफी बड़ी संख्या में इस बिरादरी के लोग हैं जो या तो छत्तीसगढ में रहकर त्यौहार मनाते हैं या अपने शहर – गांव चले जाते हैं। कुल मिलकार मतदान पर असर होने की संभावना दिख रही है। इसलिए नेताओं को भी समझ आ रहा है उन्हे नुकसान हो सकता है इसलिए पहला कोई विषय चुनाव में दिख रहा है जिसमें सभी एक हैं। बताना जरूरी होगा कि राजस्थान में भी चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद अंतिम चरण के मतदान की तारीख आयोग ने बदली है।