चुनाव आयोग ने बताया कि आम आदमी पार्टी को चार राज्यों- दिल्ली, गोवा, पंजाब और गुजरात में उसके चुनावी प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी दिल्ली और पंजाब में सत्ता में है।
आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है। इसके अलावा शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छीन लिया गया है। इसके साथ ही कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) का भी राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिन गया है। चुनाव आयोग की ओर से यह जानकारी दी गईआप को क्यों मिला राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा
चुनाव आयोग ने बताया कि आम आदमी पार्टी को चार राज्यों- दिल्ली, गोवा, पंजाब और गुजरात में उसके चुनावी प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी दिल्ली और पंजाब में सत्ता में है।
इन पार्टियों को मिला राज्य स्तर के दल का दर्जा
- नगालैंड में लोक जनशक्ति पार्टी
- त्रिपुरा में टिपरा मोथा
- पश्चिम बंगाल में रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी
- मेघालय में वॉइस ऑफ द पीपुल पार्टी
- नगालैंड में राकांपा
- मेघालय में तृणमूल कांग्रेस
इन पार्टियों को भी लगा झटका
आंध्र प्रदेश में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा छिन गया है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पिछले साल ही तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति कर दिया था। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) को राज्य पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है।
2016 में समीक्षा के नियमों में बदलाव किया गया था
दरअसल, चुनाव आयोग ने 2016 में राष्ट्रीय पार्टी की स्थिति की समीक्षा के नियमों में बदलाव किया था। अब समीक्षा पांच के बजाए 10 साल में किए जाने का प्रावधान किया गया है। हालांकि, किसी भी राष्ट्रीय पार्टी के लिए आवश्यक है कि उसके उम्मीदवार देश में कम से कम चार से ज्यादा राज्यों में छह प्रतिशत से अधिक मत हासिल करें। लोकसभा में उसका प्रतिनिधित्व कम से कम चार सांसदों का हो।