रायपुर। सावन महीना के अमावस्या के दिन छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार मनाये जाथे। काली ये तिहार ल धूमधाम से मनाय पर अब्बड़ उत्साह हे। सावन के महीना म जब खेती किसानी ले चारो मुड़ा हरियर बगरे रहिथे,झमर झमर पानी गिरथे तब ए दिन खेती के काम ल बंद करके नांगर बैला ले के सबो खेती किसानी के औजार मन के पूजा पाठ करथे। गुड़ के चीला और बबरा-गुलगुला के प्रसाद लगा के गांव-गांव में ठाकुर देवता के घलो पूजा करथे काबर कि हमर खेती किसानी ल सुघ्घर बनाये रखबे। सांझ होते गेड़ी चढ़े बर लइका सियान गांव के भाठा मैदान बर निकल जथे। अब तो राज के छत्तीसगढिय़ा मुखिया भूपेश बघेल ह ऐ तिहार ल गांव ले निकाल के शहर तक बगरा दे हवे। गेड़ी ह सी मार्ट दुकान-दुकान म घलो मिलत हवे। जेमन नहीं जानत रिहिन तेनो मन ल जनवा दिस.
हमर राज बर एक ठन अऊ बड़े बात ऐ हरे कि काली हरेली तिहार के दिन छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक 2023-24 हर शुरु होवत हे। जेमा छत्तीसगढ़ के आनी बानी के खेल ल खेले बर मउका मिलहि अऊ इनाम घलो मिलहि। डेढ़ दू महिना चलहि ए दारि,मुखिया भूपेश बघेल ह केहे हवे ज्यादा इनाम देबो- ज्यादा से ज्यादा भाग लेवव। इहि दिन ले छत्तीसगढ़ में तीज तिहार के शुरूआत घलो हो जथे . सबो झन हरेली तिहार के गाड़ा गाड़ा बधाई।