ऑनलाइन सट्टा में डूबी रकम की वसूली के लिए बनाए गए डी गैंग के चलते दुर्ग जिले में किडनैपिक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां दो दिन के भीतर अपहरण की दो अलग-अलग घटनाएं हुईं। दुर्ग पुलिस ने दोनों मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी भी मुख्य आरोपी दीपक नेपाली तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है।
दुबई में बैठे डी कंपनी आला कमान ने वसूली की जिम्मेदारी भिलाई के रहने वाले दीपक नेपाली को दी है। दीपक के इशारे पर पहली किडनैपिंग भोपाल मध्यप्रदेश से हुई। दो लड़कों को किडनैप कर उन्हें टॉर्चर किया और परिजनों से फिरौती की मांग की। इसके बाद दूसरा मामला फिर हुआ। इसमें भिलाई के रहने वाले आरोपी बलजीत सेठिया ने अपने साले बब्बी के साथ मिलकर पिस्टल की नोंक पर सेक्टर 7 निवासी सरकार टंडन (33 वर्ष) का अपहरण किया। उसे अपनी कार में घुमाकर पिस्टल की नोंक पर फिरौती की मांग की और फिर छोड़ दिया।
दुर्ग एसपी ने बताया कि अपहरण की शिकायत 18 जुलाई को दर्ज हुई थी। बलजीत सेठिया और उसका साला मलकीत सिंह उर्फ बब्बी ने जबरदस्ती सरकार को अपनी कार में बैठाया। इसके बाद उसे सुपेला की ओर ले गए। गन पॉइंट पर उन्होंने 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी। पैसा नहीं देने पर गोली मारने की धमकी दी। इसके बाद उसे छोड़ दिया। दूसरे दिन सुबह फिर से बलजीत सेठिया ने उसे जान से मारने की धमकी दी। सरकार ने डर के मारे बलजीत सेठिया के खाते में 19 जुलाई की रात एक लाख रुपए डाला।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जब्त किया पिस्टल
शिकायत के बाद दुर्ग पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी बलजीत सेठिया (46 वर्ष) निवासी चौहान ग्रीन वैली, और मलकीत सिंह उर्फ बब्बी (35 वर्ष) निवासी रामनगर भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी करके उन्हें पकड़ा। उनके पास से कंट्री मेड पिस्टल, 3 जिंदा कारतूस, बलेनो कार और मोबाइल जब्त किया गया है।
दीपक नेपाली की आईडी पर चला रहे थे ऑनलाइन सट्टा
दुर्ग एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बलजीत और मलकीत ने दीपक नेपाली के नाम से ऑनलाइन सट्टे की आईडी ली थी। इसके बाद उस पैनल को चलाने के लिए सरकार टंडन को रखा था। उसी पैनल का पैसा वसूलने के लिए उन लोगों ने उसको किडनैप किया और टॉर्चर करते हुए जान से मारने की धमकी दी थी।