तिल्दा पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा खिलाने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया है आरोपी गजानंद बुक कि आई डी से ऑनलाइन सट्टा खिलाता था, मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने आरोपी शख्स को गिरफ्तार किया है.. पुलिस ने आरोपी के पास से काले रंग की 2 सिम वाली ओप्पो मोबाइल भी जप्त की गई है.. जांच करने पर पता चला कि मोबाईल में लगे 2 में से 1 सिम बंद मिली है लेकिन दूसरा सिम चालू है जिसका नंबर 8839 8017 65 है.. जिसमें गजानद बुक का आईडी है जो मूलतः क्रिकेट सट्टे का बैटिंग ऐप है.. पुलिस कार्रवाई के बाद से शहर के सटोरियों में खलबली मच गई है …आरोपी ने सट्टे का संचालन करने वाले पिता पुत्र का नाम भी पुलिस को बताया है, जो तिल्दा शहर में बैठकर गजानंद ऐप की आईडी देकर देश के कई राज्यों में सट्टा का संचालन कर करोड़ों अरबों रुपए का कारोबार करते है.. पुलिस अब उस बड़े सटोरिए और उसके गुर्गों को पकड़ने के लिए जुट गई है..
पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल एवं नीरज चंद्राकर के मार्गदर्शन में टीआई सुदर्शन ध्रुव के द्वारा शहर में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा खिलाने वालो के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत जिस युवक को पकड़ा गया है उसका नाम नंदू यादव है, उसने पुलिस को अपने बयान में मख्य सटोरिए के साथ उनके सहयोगियों का नाम बताया है ,उनके पास से जप्त मोबाइल में विभिन्न लोगों का सट्टे का लेनदेन और व्हाट्सएप मैसेज भी है. पुलिस को आरोपी के मोबाइल व्हाट्सएप में जी नाम से सेव किए हुए गजानद बुक एप की आईडी मिली है .. इसके अतिरिक्त कई लोगों को मैसेज करने आईपीएल का काम देने हेतु अनुरोध किया गया है साथ ही अतिरिक्त गजानंद बुक जिसको आईपीएल सट्टे में उपयोग किया जाता है की भी आईडी मिली है ,जिसे पासवर्ड के द्वारा खोलकर सट्टा खेला जाना आरोपी के द्वारा बताया गया ..पूछताछ करने पर आरोपी के मोबाइल में टेलीग्राम एवं गूगल क्रोम की हिस्ट्री में विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन सट्टे खेले एवं खिलाए जाने के भी आवश्यक साक्ष्य मिले हैं.. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उनके द्वारा ऑनलाइन सट्टा खेलने के साथ खिलाया जाता था| उसने यह भी बताया कि मुख्यत ऑनलाइन सट्टा सट्टा खेले एव खेलाए जाने हेतु गजानंद की आईडी का उपयोग किया जाता है. जिसका संचालन तिल्दा के रहने वाले सटोरिया के द्वरा आईडी के संचालन तिल्दा के आर्यन रामानी को इंदौर में बिठाकर किया जा जाता है | झा से देश के विभिन्न प्रदेशों में पैनल बनाकर बनाकर आई दी के माद्यम से सट्टा खेलाया जाता है साथ में उनके एकसहयोगी का भी नाम सामने आया है… आरोपी के द्वारा पुलिस को दिए गए बयान में यह भी बताया गया है कि गजानंद बुक की आईडी नागपुर महाराष्ट्र किसी व्यक्ति द्वारा संचालित की जाती थी बाद में अविनाश उर्फ बबन लालवानी एवं उसके पिता राहुल प्रियंका सेना के राष्ट्रीय सचिव नंदलाल उर्फ नंदू लालवानी द्वारा संयुक्त रूप से खरीद कर संचालन किया जाता है,, इनके द्वारा कई प्रदेशों में अलग-अलग पैनल बनाए गाए हैं… पुलिस को आरोपी ने यह भी बताया कि 2 माह पहले इंदौर के पास ग्रीन कॉलोनी में रहकर वह पैसे लेकर आईडी देता था और डिपाजिट विड्रॉल का काम किया जाता था..|
उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि उनका पैन कार्ड लेकर आईसीआईसीआई बैंक में उसके नाम से एक खाता खोला गया है जिसमें सट्टा से संबंधित रकम का लेनदेन किया जाता है, रकम को आर्यन रामानी न के द्वारा ऑपरेट किया जाता है. देश के विभिन्न प्रदेशों में दी गई गजानंद बुक की आईडी के पैनल का देखरेख एवं संचालन तिल्दा वार्ड क्रमांक 3 निवासी नंदलाल उर्फ नंदू लालवानी एवं उसके बेटे अविनाश उर्फ भवन के द्वारा तिल्दा में रहकर किया जाता है.. पुलिस ने नंदू को छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा सात के तहत इंटरनेट के माध्यम से जुआ खेलने एवं खिलाने के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल दाखिल किया गया वही उनके द्वारा बताए गए अन्य आरोपियों के विरुद्ध भी धारा 7 एवं 8 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है.. उधर पुलिस की कार्रवाई के बाद से शहर के कई सटोरिए भूमिगत हो गए हैं..