दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर एक अजीब घटना घटी। यहां एक महिला नेता के कुर्सी में बैठने को लेकर विवाद हो गया। महिला नेता रोने लगीं और कार्यक्रम छोड़कर चली गईं। हालांकि बाद में अधिकारियों ने उनको मनाया जिसके बाद वह कार्यक्रम में दोबारा शामिल हुईं। दरअसल, पूरा मामला जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम को लेकर है। दुर्ग में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था लेकिन पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य माया बेलचंद ने आरोप लगाया कि उन्हें उचित सम्मान नहीं मिला।
कार्यक्रम में मौजूद थे सांसद
जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम के प्रोटोकॉल को लेकर माया बेलचंद ने अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि कुछ समय से लगातार मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में स्थानीय सांसद विजय बघेल और विधायक भी मौजूद थे। हालांकि महिला नेता की नाराजगी की बाद कार्यक्रम स्थल में हड़कंप मच गया। जिला पंचायत सीईओ बजरंग दुबे और एक महिला अधिकारी उन्हें मनाने पहुंचे। काफी समझाने के बाद महिला नेता कार्यक्रम में दोबारा आने के लिए राजी हुईं।
भावुक हो गईं महिला नेता
जानकारी के अनुसार, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और वर्तमान सदस्य माया बेल चंद जनजातीय गौरव दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। वह पहले जिस कुर्सी में बैठी थीं उनको उस कुर्सी से उठा दिया गया। जिसके बाद वह नाराज हो गईं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके साथ कई बार ऐसा हो चुका है। हालांकि इस दौरान अधिकारियों ने उनको मनाने की कोशिश की तो वह भावुक हो गईं।
मंच नहीं दर्शक दीर्घा में बैठीं
अधिकारियों के मनाने के बाद महिला नेता दोबारा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कार्यक्रम स्थल पर पहुंची लेकिन उन्होंने मंच पर बैठने से इंकार कर दिया। वह मंच की जगह दर्शक दीर्घा में बैठ गईं। वहीं, मंच पर सांसद विजय बघेल और स्थानीय विधायक मौजूद रहे। पूरे मामले के बाद महिला नेता सुर्खियों में आ गईं। हालांकि कार्यक्रम की समाप्ति के बाद महिला नेता बिना कोई प्रतिक्रिया दिए भी रवाना हो गईं।