केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। वे शनिवार की रात ही रायपुर पहुंच गए हैं। आज वे राष्ट्रपति पुलिस कलर्स अवॉर्ड परेड में शामिल होने के बाद जगदलपुर रवाना हो जाएंगे। 24 घंटे अमित शाह बस्तर में ही रहेंगे। इस दौरान हिड़मा के गांव जाने की भी चर्चा है।
आज दोपहर 3 बजे शाह जगदलपुर पहुंचेंगे। यहां पहुंचने के बाद सबसे पहले इंदिरा प्रियदर्शनीय स्टेडियम में बस्तर ओलिंपिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। सरेंडर किए गए नक्सली, नक्सल हिंसा पीड़ित और शहीद परिवार से मुलाकात करेंगे।
सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा है कि केंद्रीय गृहमंत्री बस्तर के खूंखार नक्सली हिड़मा के गांव पूवर्ती में वो रात गुजार सकते हैं। उनके अबूझमाड़ या पूवर्ती गांव में रुकने की खबर है। हालांकि इस खबर की पूरी तरह से पुष्टि नहीं हुई है। यदि ऐसा हुआ था वे ऐसा करने वाले देश के पहले गृहमंत्री बन जायेंगे। बता दें कि चार महीने पहले प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा खूंखार नक्सली हिड़मा के गांव पूवर्ती गये थे। हालांकि, इसको लेकर सुरक्षागत कारणों की वजह से कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
15 दिसंबर की सुबह अमित शाह पुलिस परेड ग्राउंड में प्रेसिडेंट पुलिस कलर अवॉर्ड में शमिल होंगे। इसके बाद उसी दिन वे जगदलपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। बस्तर ओलंपिक के संभाग स्तरीय खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह में शिरकत करेंगे। बस्तर में शाह का डिनर कार्यक्रम है, जिसमें जितने भी पुलिस कमांडर हैं, जिन्होंने नक्सल ऑपरेशन में हिस्सा लिया है, उसमें शामिल होंगे। जगदलपुर में छात्रों से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद नक्सल इलाके में स्थित सुरक्षा बल कैंप का दौरा भी करेंगे।
इसके बाद दूसरे दिन सुबह में वीरगति को प्राप्त दो जवानों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। एक कैंप का भ्रमण करेंगे। उसके बाद वापस रायपुर आएंगे। यहां एलडब्लूई की समीक्षा बैठक लेंगे। उसके बाद शाम 4 बजे के आसपास रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। उनके छत्तीसगढ़ दौरे की तैयारियां तेज हो गई हैं।
क्यों अहम है शाह का दौरा
दरअसल, केंद्र और छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार प्रदेश के बस्तर से नक्सलवाद को खत्म करने को लेकर गंभीर है। केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने अपने पिछले दौरे के दौरान नक्सल अभियान की समीक्षा बैठक में रायपुर में दावा करते हुए कहा था कि डबल इंजन की सरकार मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलवादमुक्त कर देगी। इसलिये शाह का छत्तीसगढ़ दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। वे आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की प्रगति का जायजा भी लेंगे।