तिल्दा-नेवरा तो हे कौन-सा रंग दूं ओ मेरी राधा… कुछ ऐसी गीतों के साथ अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन के महिलाओ ने फूलों की होली खेली। सोमवार को इस होली सेलिब्रेशन में राधा-कृष्ण के साथ गोपियों ने फूलों की होली खेली और फागुन के गीत गाकर नृत्य भी किया।
राधा बनी दीप्ति रायखेडा तथा कृष्ण बने रचना अग्रवाल मामा
इसमें राधा बनी दीप्ति रायखेडा तथा कृष्ण बने रचना अग्रवाल मामा ने ऐसी प्रस्तुति दी कि सभी को ब्रज की होली की याद आ गई। इस राधा-कृष्ण के ऊपर कभी फूलों की पंखुडिय़ां डाली जाती तो कभी उनके चारों तरफ वृत्त बनाकर महिलाएं थिरकती। संगठन ने इस तरह 25 किलो फूलों की होली खेली और कई मजेदार गेम भी खेला।
केसर से हुआ स्वागत:
अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन के सभी मेंबर्स का स्वागत केसर की तिलक माथे पर लगाकर की गई। देखते ही देखते माहौल में केसर और फूलों की महक फैल गई। इस मौके पर गेम भी खेले।इस दौरान संगठन प्रमुख नीलम ने संकल्प दिलवाया कि सभी सूखी होली ही खेलेंगी और पानी की बर्बादी रोकेंगी। साथ ही अलग-अलग तरह के होली के रंग खरीदकर पैसों की फिजूल खर्ची भी रोकेंगी और बचत किए हुए उस पैसे को जोड़कर एक जरूरतमंद युवती की शादी का सामान खरीदकर उसे प्रदान करेगी। बेस्ट गोपी अवार्ड काजल व श्वेता को दिया गया बेस्ट डांस अर्चना व रिंकू को दिया गया रंगो के गेम मे रचना व संजू मुनक को प्राइज मिला इस प्रोग्राम को होस्ट पुष्पा, मंजु, संजूकता, और नीलम ने किया,,इस अवसर माहोल ऐसा लग रहा था जैसे तिल्दा शहर वृंदावन धाम बन गया हो और सभी राधा कृष्ण के साथ गोपिया रास रच रही हो..इस कार्यक्रम में मंजू मामा.अंजू.दीप्ति,कुसुम,मोनिका,ममता आर आर.ममता एन के .रिंकू,स्वेता सिंघानिया,नेहा संजू मुनका,सजुक्ता,शगिता,स्वेता,ममता,सीमा,ममता ssप्रियंकाss,अर्चना,आशाका,जलपुष्पा,पिंकी,सुलेखा
विशेष रूप से शामिल हुई