तिल्दा-नेवरा,इस बार की महाशिवरात्रि बहुत ही ज्यादा खास मानी जा रही है, क्योंकि इस दिन शुक्र प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। प्रदोष व्रत के अलावा इस दिन और भी कई दुर्लभ योग बन रहे हैं।
महाशिवरात्रि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 8 मार्च को है। इस दिन भगवान शिव की विधि विधान से पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। इस बार की महाशिवरात्रि बहुत ही ज्यादा खास मानी जा रही है, क्योंकि इस दिन शुक्र प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। प्रदोष व्रत के अलावा इस दिन और भी कई दुर्लभ योग बन रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार महाशिवरात्रि पर व्रत रखकर भोलेनाथ की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं शीघ्र ही पूरी होंगी। तो चलिए जानते हैं महाशिवरात्रि पर बनने वाले सभी योगों के बारे में…
महाशिवरात्रि पर बन रहे ये संयोग
8 मार्च को महाशिवरात्रि वाले दिन शिव योग,सिद्ध योग और चतुर्ग्रही योग का संयोग हो रहा है। इस दिन कुम्भ राशि पर शनि मूल त्रिकोण में बैठे हैं। इसके साथ सूर्य, चंद्रमा और शुक्र भी विराजमान हैं।इसके अलावा महाशिवरात्रि के दिन शुक्र प्रदोष व्रत भी है। ऐसे में यह अद्भुत संयोग विशेष फलदायी है। इस दिन भगवान शिव की पूजा से कई गुना फल मिलेगा।
महाशिवरात्रि पर शुक्र प्रदोष व्रत का संयोग
इस बार महाशिवरात्रि और शुक्र प्रदोष व्रत का संयोग एक साथ बन रहा है, इसलिए यह व्रत सौभाग्य और सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला होगा। इस व्रत को करने से जीवन में किसी प्रकार का कोई अभाव नहीं रहता है। इस दिन व्रत रखने से महाशिवरात्रि और शुक्र प्रदोष व्रत का लाभ एक साथ प्राप्त होगा।
प्रदोष व्रत का महत्व
पंडित संतोष शर्मा का खाना है कि प्रदोष काल में शिव जी साक्षात् शिवलिंग में प्रकट होते हैं, इसलिए इस समय शिव की पूजा करने से उत्तम फल मिलता है। वहीं शुक्र प्रदोष व्रत करने से शत्रुओं का नाश होता है और महादेव की सदैव कृपा बनी रहती है।