रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय रविवार को रायपुर जिले के भंडारपुरी धाम में गुरुदर्शन और संत समागम मेला में शामिल हुए। उन्होंने भण्डारपुरी धाम में सतनामी समाज गुरुगद्दी आसन के दर्शन और पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली और सामाजिक समरसता की कामना की। उन्होंने सतनामी समाज के गुरुओं को सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रेरणास्रोत बताया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान गुरु घासीदास की कर्मभूमि भंडारपुरी धाम को सजाने-संवारने के लिए कई कार्यों की घोषणा की। उन्होंने प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले भंडारपुरी मेला के लिए हर साल 20 लाख रुपए और मेलास्थल के विकास के लिए 30 लाख रुपए देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री साय ने भंडारपुरी में मिनी स्टेडियम के जीर्णोद्धार के लिए दस लाख रुपए और अटल समरसता भवन के प्रथम तल के लिए 20 लाख रुपए देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि भंडारपुरी के लोगों की सुविधा के लिए आंतरिक मार्गों और सड़कों को बनाने का काम और रायपुर जिले के संडी-सेजा-भंडार मार्ग के निर्माण को आगामी बजट में शामिल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भंडारपुरी में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे सनातन धर्म में गुरु का बड़ा महत्व है। छत्तीसगढ़ की सरकार गुरु घासीदास के बताए ‘मनखे मनखे एक समान’ के मार्ग पर चल रही है। हम सभी धर्मों, जातियों और समाजों के विकास के लिए कृत संकल्पित हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के ध्येय पर चलकर देश का विकास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के जरूरतमंद परिवारों के लिए 18 लाख आवासों की गारंटी दी थी। हमारी सरकार बनने के दूसरे ही दिन हमने कैबिनेट की बैठक में 18 लाख आवासों की स्वीकृति दी थी। प्रधानमंत्री ने अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ में आठ लाख 46 हजार 991 आवासों की स्वीकृति दी है। जैसे-जैसे आवासों का निर्माण पूरा होता जा रहा है, वैसे-वैसे हितग्राहियों को आवासों की चाबी सौंपी जा रही है।
उन्होंने कहा कि हमने किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदकर मोदी जी की गारंटी को पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य के स्कूलों को संवार रहे हैं और उनमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के वातावरण का निर्माण कर रहे हैं। पीएम श्री योजना में प्रदेश के 341 स्कूलों का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ उन्नयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में 2 अक्टूबर को प्रारंभ हुई जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना का लाभ छत्तीसगढ़ के छह हजार गांवों तक पहुंचेगा।