सीहोर। शुगर की वजह से आज हर पांचवा व्यक्ति परेशान है। दवाई के सहारे तमाम उपाय भी वे नियंत्रण के लिए कर रहे हैं फिर भी जो सही मर्ज बता दे,जानने लोग तत्पर रहते हैं। अब मशहूर कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा अपनी विधि बता रहे हैं। यह कितना कारगर है और मेडिकल रूप से इसकी सत्यता कितनी है हम प्रमाणित नहीं करते हैं लेकिन उन्होने जो कहा वह बता रहे हैं।
पंडित मिश्रा कहते है कि जिसे शुगर की बीमारी होती है उसे कुछ नहीं करना चाहिए 12 महीने की एक शिवराात्रि, बड़ी मुख्य शिवरात्रि के दिन सांभर/सुरजना की फल्ली की 31 पत्तियों के झूमर को तोड़ लीजिए। तोडऩे के बाद धोकर शंकर भगवान पर शिवरात्री की रात 12 बजे समर्पित कर दीजिए। उस पत्तियों को चढ़ाने के बाद एक लोटा जल चढ़ा दीजिए, पत्ति को बापस उठा लाइए। फिर उसी शिवरात्री के दिन उसी पत्ती को आधा लीटर पानी में उबाल लीजिए डब तक पानी 250 ग्राम न हो जाए तब तक।
उसके बाद ठंडा श्री शिवाय नमस्तुभ्यं बोलकर उबीले हुए पानी को शंकर जी पर उसी रात दोबारा चढ़ा दीजिए। फिर नीचे एक कटोरा लगाकर उसमें उस जल को झेल लीजिए उस जल को 15 दिन सुबह के समय पीना शुरू कीजिए 15 ही दिन में शुगर लेवल पर आ जाएगी। इसके बाद आप जितना भी मीठा खाओ चाहे जितनी भी जांच कराओ शुगर न तो ऊंची- न तो नीची बराबर चलती रहेगी।