रायपुर। नई फाइनेंसियल ईयर में कुछ विभाग ऐेसे होते है जो सरकारी खजाने के लिए काफी फायदेमंद होते हैं,राजस्व पर पैनी नजर रहती है कि कितना बढ़ाया जा सकता है। इस वर्ष बताया जा रहा है कि 11 हजार करोड़ राजस्व का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि यह भी बता रहे हैं कि न तो दुकाने बढ़ाई गई न शराब की कीमतों में कोई बड़ी वृद्धि। पूरा कारोबार पुरानी 630 से अधिक दुकानों से ही होगा।
राज्य में वर्ष 24-25 के लिए शराब की नई दरें बीती रात से लागू कर दी गई हैं। आबकारी विभाग ने यह आदेश जारी कर दिया है। यह दर काउंटरवेलिंग ड्यूटी और आबकारी शुल्क को छोडकऱ तय की गई है। इसे लेकर विभाग ने विस्तृत आदेश जारी कर दिया है।
इस बार नई सरकार ने यह तय कर ली है कि महकमे में कोई भी नंबर दो का काम नहीं होने देंगे। इसलिए हर तीन माह में रेट आफर की प्रक्रिया लाने का फैसला किया। इसके तहत कंपनी और डिस्टलरों ने पहली तिमाही के लिए 10-12 फीसदी वृद्धि के साथ रेट आफर किया। लेकिन इस दर पर वृद्धि के लिए सरकार की मनाही के बाद शराब कंपनी सीएमसी ने नेगोशिएशन कर 5-6 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंजूर किया। इस तरह से देशी, विदेशी हर ब्रांड के पौव्वा, अध्दी और बॉटल में मात्र 5-6 फीसदी वृद्धि की गई है। यानी कोई शराब 31 मार्च तक 100 रूपए में मिलती रही वे अब 105-106 की औसत दर पर मिलेगी। वहीं पड़ोसी राज्यों में यह वृद्धि 10 फीसदी से अधिक है।