रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह राजधानी दिल्ली के लिए रवाना हो गये हैं। वहां वे केंद्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा से भेंट करेंगे और और उनका आभार व्यक्त करेंगे। डॉ रमन सिंह दो दिनों बाद वापिस रायपुर लौटेंगे।
दरअसल डॉ रमन सिंह की केंद्रीय मंत्री से भेंट 12 जन जातियों की मात्रात्मक त्रुटी की बिल के सिलसिले में होगी। पिछले दिनों राज्यसभा में 12 जन जातियों की मात्रात्मक त्रुटी से जुड़ा बिल पारित हुआ था। इसका लाभ अब छत्तीसगढ़ प्रदेश की उन जनजातियों को भी सीधे तौर पर हासिल होगा जो अब तक मात्रात्मक त्रुटि की वजह से विभिन्न शासकीय और गैर शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते थे। इस पूरे बिल के पास होने के बाद प्रदेश के भाजपा नेताओं में भारी उत्साह देखा जा रहा हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने जताया था पीएम का आभार
भारतीय जनता पार्टी ने इस संबंध में एक प्रेस कांफ्रेंस भी आयोजित की थी। इस पीसी में प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने 12 जनजाति समुदायों को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल कर उन्हें उनके संवैधानिक अधिकार व लाभ प्रदान करने के लिए कानून बनाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा था कि आजादी के बाद से महज़ लिपिकीय त्रुटि के कारण पिछले 70 वर्ष से अपने संवैधानिक अधिकारों और आरक्षण के लाभ से वंचित 12 जनजाति समुदायों के लोग अब अपना स्वर्णिम भविष्य गढ़
उन्होंने बताया था कि भारत के, विशेषकर आदिवासी प्रदेश छत्तीसगढ़ के इतिहास में 25 जुलाई का दिन मील के पत्थर के रूप में याद किया जाएगा, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने देश के 12 प्रमुख समुदायों को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल कर लिया। राज्यसभा से भी यह विधेयक पारित होने के बाद अब क़ानून बन गया है। इससे इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए प्रदेश भाजपा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय जनजाति कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा व केन्द्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह का धन्यवाद करती है।