बलौदाबाजार। बलौदाबाजार हिंसा, आगजनी मामले में पुलिस ने कोर्ट में महत्वपूर्ण चालान पेश किया, जिसमें जिला संयुक्त कार्यालय में हुई आगजनी की घटना से संबंधित दस्तावेज हैं। पुलिस सिटी कोतवाली थाना में दर्ज 13 एफआईआर में 10 चालान पहले ही पेश कर चुकी है, वहीं संयुक्त जिला कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय को जलाए जाने के दो मामलों में 61 आरोपी बनाए गए थे, जिसका चालान पेश किया गया।
आगजनी के मुख्य मामले में पुलिस 1325 पेज और 1200 पेज का चालान पेश किया है। ज्ञात हो कि जिले की इस आगजनी हिंसा में शासन को 13 करोड़ की क्षति हुई थी, वहीं पुलिस अब तक 183 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर चुकी है। पूरे अपराधों मे शामिल अभियुक्तों की बात करें तो 356 आरोपी हैं। अभी भी इस घटना की जांच जारी है और तकनीकी टीम का सहारा लेकर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि इस घटना की जांच करने दस्तावेज बनाने में ही लगभग 70 विवेचकों ने दिन रात मेहनत की है, जिसका परिणाम है कि इतनी बड़ी घटना का हम साक्ष्य संकलन के साथ दस्तावेज बनाने में कामयाब हुए हैं। कम समय में लगातार चालान न्यायालय में प्रस्तुत कर रहे हैं। अभी भी जांच प्रक्रिया प्रारंभ है।
ज्ञात हो कि महकोनी गांव में 15 और 16 मई की दरमियानी रात अमर गुफा में जैतखाम काटे जाने के बाद सतनामी समाज का गुस्सा फूट गया, जिसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन समाज के लोग इससे संतुष्ट नहीं हुए और सीबीआई जांच की मांग की। इसी घटना को लेकर 10 जून को बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में सभा की गई, जिसमें प्रदेशभर के सतनामी समाज के लोग शामिल हुए। सभा के बाद आक्रामक भीड़ ने बलौदाबाजार एसपी और कलेक्टोरेट कार्यालय में आग लगा दी।