तिल्दा -नेवरा,ब्लाक मुख्यालय से 12 किमी दूर स्थित अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) के आसपास के ग्रामों में अदाणी फाउंडेशन द्वारा विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस (Menstrual Hygiene Day) के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अदाणी फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे विलमार सुपोषण कार्यक्रम के अन्तर्गत एपीएल के पास के ग्रामों रायखेड़ा, गैतरा, चिचोली, गौरखेड़ा, भाटापारा सहित कुल पांच गाँवो में रविवार को आयोजित किया गया। जिसमें कुल 222 महिलाओं तथा युवतियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिशुवती, गर्भवती व प्रौढ़ महिलाओं तथा किशोरी बालिकाओं को माहवारी के दौरान स्वच्छता न रखने से होने वाली कई तरह की गंभीर समस्याओं से जागरूक करना है
कार्यक्रम की शुरुआत पांचों ग्रामों में महिलाओं द्वारा जागरूकता रैली निकाल कर की गयी। इसके पश्चात सुपोषण संगिनियों तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा उपस्थित महिलाओं तथा युवतियों को गांव-देहात में माहवारी (पीरियड्स) को लेकर कई तरह की भ्रांतियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया की हर लड़की एक उम्र के बाद इस स्थिति से गुजरती है। हर महीने पीरियड्स होते हैं, लेकिन इन्हें ऐसे छुपाने की कोशिश की जाती है जैसे ये कोई गलत काम हो। आज भी लड़कियां पैड खरीदने में शर्माती हैं,और इस बारे में खुलकर बात करने से कतराती हैं। वहीं अगर स्कूलों में भी पीरियड्स या हार्मोंस में होने वाले बदलाव को लेकर जागरुकता फैलाने की बात कही जाती हो,लेकिन सच्चाई ये है कि गांव की लड़कियां अपनी मां या बहन से भी इस बारे में बोलने से डरती हैं।यही वजह है,कि महिलाएं पीरियड्स और उससे जुड़े संक्रमण का शिकार होती हैं जिससे कई बार समय पर इलाज नहीं करवाने से महिलाओं में बांझपनका खतरा बढ़जाता है।
इस दौरान घर में उपयोग होने वाले सूती कपड़े से पैड बनाने का प्रदर्शन, किशोरी बालिकाओं के लिए पोस्टर प्रतियोगिता, समूह चर्चा, परिवार परामर्श इत्यादि कराई गयी। कार्यक्रम में अध्यक्ष महिला बाल विकास श्रीमती सरजा ठाकुर राम वर्मा, आँगनवाड़ी कार्यकर्त्ता मंदाकनी तिवारी, ग्रामीण महिलाएं, किशोरी बालिकाएं एवं अदाणी फॉउण्डेशन के कर्मचारीगण शामिल हुई। कार्यक्रम के अंत में सभी को तीन महीने के लिए सैनिटेरी पैड्स का मुफ्त वितरण किया गया।
अदाणी फाउंडेशन द्वारा वैश्विक स्तर पर सामाजिक उत्तरदायित्व निर्वहन के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के सुझावों में शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका उन्नयन तथा अधोसंरचना के कई कार्यक्रम संचालित किया जाता है।