महादेव सट्टा ऐप केस में EOW की FIR में नाम आने पर छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल ने इसे भाजपा और केंद्र सरकार की गीदड़ भभकी बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने ऐप मालिकों से पैसे लिए हैं। यही वजह है कि उन लोगों पर कार्रवाई नहीं की जा रही।
रायपुर में कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भूपेश बघेल ने कहा कि, वे इन गीदड़ भभकियों से न डरने वाले हैं और न ही पीछे हटने वाले हैं। मोदी की गारंटी और विष्णुदेव के सुशासन में महादेव ऐप सांय-सांय चल रहा है। हमारे ही कहने पर गूगल ने इसे बैन किया था, इसके बावजूद आज भी यह ऐप बंद नहीं है।
बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ पूरे देश में पहला ऐसा राज्य है जहां महादेव ऐप पर कार्यवाही हुई है। मैं इनके आंख की किरकिरी बन गया, क्योंकि मैं कार्रवाई कर रहा था। इन्होंने जैसे फीचर गेमिंग से पैसे लिए, वैसे ही महादेव ऐप से भी पैसे लिए। इसलिए पूरे देश भर में कार्रवाई नहीं हुई है।
भूपेश बघेल ने कहा कि, लोकसभा चुनाव घोषित हो चुके हैं। कौन से चरण में कौन से लोकसभा के चुनाव होंगे यह भी तय हो चुका है। मीडिया में यह चर्चा बहुत पहले से शुरू हो गई थी कि भूपेश बघेल को राजनांदगांव से चुनाव लड़वाया जा सकता है।
बघेल ने कहा कि, कांग्रेस ने उन्हें राजनांदगांव से उम्मीदवार बनाया है। इसी बीच महादेव ऐप का जिन्न बाहर आ गया। उन्होंने कहा कि, आज दिल्ली से एक खबर छपी, जिसमें महादेव एप में EOW ने एफआईआर दर्ज की है, जिसमें मेरा भी नाम है
FIR कॉपी देने में देरी क्यों?
पूर्व CM ने कहा कि FIR की कॉपी 4 मार्च की है, लेकिन उसे आज यानी 17 मार्च को दिल्ली से पब्लिश करवाया जा रहा है। जबकि FIR रायपुर में दर्ज हुई है। उन्होंने कहा कि, बताएं कि इन्होंने इन 13-14 दिन क्या किया? लिकर का मामला हो या कोलकाता दोनों में तुरंत FIR की कॉपी वेबसाइट पर अपलोड की गई थी, इसे क्यों नहीं डाला गया?
नोटिस दें मैं ज़रुर जाऊंगा
बघेल ने कहा जिसे जो करना है करे, मुझे नोटिस दें। अगर वो नोटिस देते हैं तो हम जाएंगे, क्यों नहीं जाएंगे। प्रोटेक्शन मनी वह लेता है जो पैसे लेकर कोई कार्रवाई न करे, लेकिन हमने की, हर मुमकिन कार्यवाही की है। बीजेपी के जिन राज्यों में अभी भी महादेव ऐप चल रहा है, उन राज्यों में जरूर उन्हें प्रोटेक्शन मनी मिल रही होगी।
भूपेश ने गिनाई कांग्रेस सरकार की कार्रवाई
भूपेश बघेल ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान हुई कार्रवाई के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, महादेव ऐप के खिलाफ पहली FIR दुर्ग में हुई थी। फिर रायपुर, बिलासपुर सहित करीब 72 जगह पर मामले दर्ज किए गए थे। इसमें 450 आरोपियों की गिरफ्तारियां हुईं।
उन्होंने कहा कि, ओडिशा, पश्चिम बंगाल से भी गिरफ्तारियां की गईं। इस पूरे मामले में कई गैजेट जैसे कि लैपटॉप, मोबाइल, टैबलेट और कुछ राशि भी जब्त की गई। जुआ के लिए जो नियम था उसे और कड़ा बनाने के लिए हम विधानसभा में बिल लाए और लागू भी किया।
पूरे देश में सिर्फ छत्तीसगढ़ी कैसा राज्य था जहां पर व्यापक पैमाने पर महादेव सत्ता अप को लेकर कार्रवाई की गई थी। इस मामले में हमने 1000 से अधिक खाते सीज किए, 200 से अधिक ATM कार्ड जब्त किए। उन्होंने कहा कि, आरोपियों का हेड ऑफिस यहां पर नहीं है।
उन्होंने कहा कि, ये संचालित कहीं और से होता है, इसलिए रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के खिलाफ हमने लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया था। ये विदेश में थे, इन्हें पकड़ कर वापस लाने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।