सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद राज्य की सियासत तेज है। सौरभ चंद्राकर को भारत लाने की तैयारी हो रही है। महादेव सट्टा ऐप मामले में छत्तीसगढ़ में 19 लोगों के खिलाफ केस
- छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा ऐप को लेकर सियासत गर्म
- ईओब्ल्यू ने मामले में 19 लोगों के खिलाफ किया है केस
- पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ भी दर्ज है शिकायत
- सौरभ चंद्राकर कोल सकता है पूरे नेटवर्क का राज
रायपुर: महादेव सट्टा ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत गर्म है। छत्तीसगढ़ के कई नेता और अधिकारी ऐसे हैं जिनके खिलाफ ईओडब्ल्यू ने इसी मामले में शिकायत दर्ज की है। सौरभ चंद्राकर के गिरफ्तारी की जानकारी शुक्रवार को दी गई। उसके भारत लाने की कवायद भी शुरू हो गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि सौरभ चंद्राकर से पूछताछ के दौरान पूरे नेटवर्क की खुलासा हो सकता है। सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद कई ऐसे नेता और अधिकारी हैं जिनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
कयास लगाए जा रहे हैं कि सौरभ चंद्राकर के भारत आने के बाद इस घोटाले में कई नेताओं के नाम सामने आ सकते हैं। इससे पहले पुलिस की जांच में कई आरोपियों के नाम महादेव सट्टा एप घोटाला में सामने आ चुके हैं। ईडी इस मामले में कार्रवाई कर रही है। छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद ईओडब्ल्यू में महादेव सट्टा एप में 19 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। इनमें सबसे बड़ा नाम पूर्व सीएम भूपेश बघेल का है।
सीबीआई को सौंपी गई है जांच
महादेव सट्टा ऐप घोटाले की जांच सरकार ने अब सीबीआई को सौंप दी है। जिसके बाद सीबीआई भी अपने स्तर पर जांच कर रही है। सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के भिलाई का ही रहने वाला है। महादेव सट्टा ऐप लांच करने से पहले वह भिलाई में एक जूस की दुकान चलाता था।
किन लोगों के खिलाफ दर्ज है केस
ईओडब्ल्यू ने जिन 19 लोगों के खिलाफ एफआईआर की है उसमें सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी ऊर्फ पिंटू, चंद्रभूषण वर्मा, असीमदास, संतीश चंद्राकर, भूपेश बघेल, नीतीश दीवान, अनिल कुमार अग्रवाल, रोहित गुलाटी, विशाल आहूजा, अनिल दम्मानी, सुनील दम्मानी, भीम सिंह यादव, हरीशंकर तिबरवाल, सुरेंद्र बागड़ी उर्फ जूनियर का नाम शामिल है। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि सौरभ चंद्राकर के पूछताछ के बाद कई नाम और जुड़ सकते हैं।
ईडी ने की थी छापेमारी
जब राज्य में भूपेश बघेल की सरकार रही, तब ED ने प्रदेश के कई नेताओं के घर तलाशी अभियान चलाया था। टीम ने नेता के साथ-साथ कई पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी इस मामले में कार्रवाई की है।
कई नेता और अधिकारियों की धड़कनें बढ़ीं
सौरभ चंद्राकार की गिरफ्तारी के बाद कई नेताओं और पुलिस अधिकारियों की धड़कन बढ़ी हुई हैं। सूत्रों के अनुसार, राज्य पुलिस सेवा, अखिल भारतीय पुलिस सेवा के साथ-साथ महत्वपूर्ण राजनीतिक व्यक्तियों और उनके करीबियों के नाम नई एफआईआर में दर्ज हो सकते हैं।