कोरबा। एक मंत्री के करीबी विकास सिंह को कोरबा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विकास सिंह के ऊपर एक महिला ने दीपिका थाने में अपराध दर्ज करवाया था। जिसमें 5 सितंबर को अग्रिम जमानत अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस ने विकास सिंह को गिरफ्तार किया है और आज एट्रोसिटी अदालत में पेश कर रहीं है। वर्तमान मामला दीपका थाना क्षेत्र का है। विकास सिंह पर कुल एक दर्जन मामले पिछले कई सालों में दर्ज हुए हैं। जिला बदर की भी कार्यवाही जिला प्रशासन ने पूर्व में विकास सिंह के ऊपर की थी।
मंत्री मंके करीबी विकास सिंह के ऊपर कोरबा जिले के दीपका थाने में अपराध क्रमांक 75/2020 धारा 354 क (1) (2), 354, 506,509 भादवि तथा एट्रोसिटी का अपराध दर्ज था। 2020 में दर्ज हुए अपराध के बाद उस वक्त कोरोना का फायदा उठा विकास सिंह ने हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे ले लिया था। पिछले दिनों विकास सिंह के स्टे को हाईकोर्ट ने वेकेंट( हटा) कर दिया। जिसके बाद विकास सिंह ने अग्रिम जमानत के लिए कोरबा की एट्रोसिटी की विशेष अदालत में याचिका दाखिल की थी जो कि 5 सितंबर को खारिज हो गई। जिसके बाद आज विकास सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसे अदालत में पेश कर रही है।
क्या था मामला–
कोरबा के दीपका थाना क्षेत्र निवासी पीडि़ता ने अपराध दर्ज करवाते हुए बताया था कि विकास सिंह ने शादी का झांसा देकर उससे लगतार अनाचार किया है। इसके बाद उसे छोड़ दिया। महिला ने इसकी फिर पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई थी। बाद में उसकी अन्यत्र जगह शादी हो गई। अदालत में जिस दिन उसकी गवाही पेशी थी। उस दिनांक को विकास सिंह और उसके साथियों ने उसके पति का अपहरण कर लिया और बयान बदलने के लिए मजबूर किया। दबाव में आकर अदालत में उसने अपना बयान बदल दिया। जिसके बाद विकास सिंह दोषमुक्त हो गया। उल्टे अदालत ने उसे झूठी एफआईआर करवाने पर दो साल की सजा सुना दी। बाद में पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उपस्थित होकर अपने ऊपर हुए अत्याचारों की लिखित शिकायत वर्ष 2020 में पीडि़ता ने सौंपी थी। इस शिकायत का पता चलते ही विकास सिंह फिर से पीडि़ता को धमकाने लगा था और उसके घर पर आपत्तिजनक फोटोज फेंक कर शिकायत वापस न लेने पर बदनाम करने की धमकी दी थी। पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने दीपका थाने में अपराध दर्ज किया था।