अब लंदन-पैरिस की तर्ज पर जल्द ही भारत को भी अंडर वॉटर मेट्रो जल्द ही मिलने वाली है. इसकी टेस्टिंग जल्द ही की जाएगी जिसके बाद लोगों को पानी के अंदर से मेट्रो में घूमने का मौका मिलेगा.
अब लंदन-पैरिस की तर्ज पर जल्द ही भारत को भी अंडर वॉटर मेट्रो जल्द ही मिलने वाली है. जी हां देश की पहली पानी के अंदर चलने वाली मेट्रो की जल्द ही शुरुआत होने वाली है. इसके लिए टेस्टिंग चल रही है, जिसके बाद इसे शुरू कर दिया जायेगा. देश की पहली अंडर वॉटर मेट्रो कोलकता में शुरू होगी। इससे लोगों को पानी के अंदर मालदीव जैसा अहसास करने को मिलेगा.पहली अंडर वॉटर मेट्रो कोलकाता की हुगली नदी में बने टनल से होकर गुजरेगी. इसमें 6 कोच होंगे, इसके अलावा भी इस ट्रेन की कई खासियत हैं जो हम आपको आज बताने जा रहे है.
टेस्टिंग के बाद शुरू होगी सर्विस
कोलकाता ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत दो 6 कोच वाली मेट्रो की टेस्टिंग की जानी है. इन ट्रेनों का ट्रायल एस्प्लेनेड और हावड़ा ग्राउंड के बीच 4.8 किलोमीटर की दूरी पर कराया जायेगा.
कोलकाता में ही चली थी देश की पहली मेट्रो
बता दें, देश की पहली मेट्रो सर्विस भी साल 1984 में कोलकाता में ही हुई थी. इसके बाद दूसरी मेट्रो साल 2002 में दिल्ली में चलाई गई थी. जिसके बाद अब कई शहरों मेट्रो सर्विस शुरू हो चुकी है. वहीं, अब पहली अंडर वॉटर की मेट्रो भी कोलकाता में ही शुरू करने की तैयारी की जा रही है.
दिसंबर तक पूरा हो जाएगा काम
KMRC यानि कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, पहली अंडरवाटर मेट्रो की सर्विस इस साल दिसंबर से शुरू हो जाएगी. इसका काम अभी प्रगति पर है और इसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा.
लंदन और पेरिस की तर्ज पर चलेगी मेट्रो
भारत की पहली अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन लंदन-पैरिस की तर्ज पर चलाई जा रही है. इस अंडर वॉटर मेट्रो का कंपैरिजन लंदन की यूरोस्टार से किया गया है, जो लंदन और पेरिस अंडर वॉटर रेल लिंक से जोड़ती है. इस ट्रेन के शुरू होने से लाखों यात्रियों को राहत मिलेगी.
120 करोड़ का आएगा खर्च
इस मेट्रो की सुरंग को बनाने में करीब 120 करोड़ का खर्च आएगा. इसके अलावा हौज खास के बाद कोलकाता का हावड़ा स्टेशन सबसे ज्यादा 33 मीटर तक गहरा होगा. फिलहाल हौज खास 29 मीटर तक सबसे ज्यादा गहरा स्टेशन माना जाता है.